मारियुपोल और कीव में यूक्रेनी सेना का पलटवार, 28वें दिन भी आगे नहीं बढ़ पाई रूसी सेना, यूक्रेन ने लगाया फॉस्फोरस बम के इस्तेमाल का आरोप
मारियुपोल को लेकर रूस ये दावा भी कर रहा है कि उसने शहर पर कब्जा कर लिया है, लेकिन यूक्रेन की आर्मी ने उनपर लगातार हमले कर साबित कर दिया है कि रूस के लिए मारियुपोल अभी दूर है.
![मारियुपोल और कीव में यूक्रेनी सेना का पलटवार, 28वें दिन भी आगे नहीं बढ़ पाई रूसी सेना, यूक्रेन ने लगाया फॉस्फोरस बम के इस्तेमाल का आरोप Ukrainian army counterattacked in Mariupol and Kyiv, Russian army could not move forward even on 28th day, Ukraine alleges use of phosphorus bomb मारियुपोल और कीव में यूक्रेनी सेना का पलटवार, 28वें दिन भी आगे नहीं बढ़ पाई रूसी सेना, यूक्रेन ने लगाया फॉस्फोरस बम के इस्तेमाल का आरोप](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/03/20/0f5baac4af1dff6c1d03faf17dd85b6b_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध को तकरीबन एक महीना होने वाला है अबतक युद्ध का कोई भी नतीजा नहीं निकल पाया है, रूसी सेना मजबूत स्थिति में जरूर दिखाई दे रही है, अभी भी यूक्रेन रशिया का सामना पूरी मजबूती से कर रहा है, वहीं मारियुपोल में भी रूस को यूक्रेनी सेना से मुंहतोड़ जवाब मिल रहा है. यूक्रेन ने भी रूस के सैन्य ठिकानों पर बदला हमला करने का बदला ले लिया है.
दरअसल यूक्रेनी सेना ने मारियुपोल में शहर के बीचोबीच रूसी ठिकानों पर टैंक से हमले किए. यूक्रेनी सेना की टूकड़ी के इस हमले से कुछ घंटे पहले ही रूसी सेना ने मारियुपोल में स्थित यूक्रेनी सेना के ठिकानों को नष्ट कर दिया था, जिसकी ड्रोन तस्वीरें सामने आई थीं.
मारियुपोल को लेकर रूस ये दावा भी कर रहा है कि उसने शहर पर कब्जा कर लिया है, लेकिन यूक्रेन की आर्मी ने उनपर लगातार हमले कर साबित कर दिया है कि रूस के लिए मारियुपोल अभी दूर है. यूक्रेन की सेना हर मोर्चे पर रूस का मुकाबला करने की कोशिश में लगी हुई, उसके बावजूद यूक्रेन की बर्बादी को रोकने में उन्हें नाकामी हाथ लगी है. वहीं सैटेलाइट तस्वीरें जारी कर अमेरिकी मीडिया ने दावा किया है कि रूस ने यूक्रेन को बर्बाद कर दिया है.
दूसरी तरफ यूक्रेन आरोप लगा रहा है कि रूस इस युद्ध के दौरान फॉस्फोरस बम का इस्तेमाल कर रहा है. यूक्रेन की मानवाधिकार संस्था ने भी रूस की ओर से फॉस्फोरस बम के इस्तेमाल किए जाने का दावा किया है. हम इस बात को समझने की कोशिश करते हैं कि फॉस्फोरस बम क्या है और इसके कितने घातक प्रभाव हो सकते हैं और ये मानवों के लिए कितना खतरनाक है?
क्या है फॉस्फोरस बम?
फॉस्फोरस एक प्रकार का रंगहीन केमिकल है. ये ऑक्सीजन के संपर्क में आने से तेजी से जलता है. श्वेत फॉस्फोरस मोम जैसा मुलायम रवेदार पदार्थ होता है. इसमें लहसुन जैसी गंध होती है. प्रकाश में छोड़ देने पर यह धीरे-धीरे पीला हो जाता है. युद्ध के समय विस्फोटकों और धुंए का आवरण के लिए भी फॉस्फोरस का उपयोग होता है. पीला फॉस्फोरस बेहद ही विषैला होता है और और इसका धुंआ भी काफी घातक होता है. जलते हुए व्हाइट यानी सफेद फॉस्फोरस का तापमान 800 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है. इस बम के धमाके से पैदा हुए इसके लाखों कण हर तरफ सफेद धुएं के एक गुबार की तरह फैलते हैं. इसकी चपेट में आने से किसी भी व्यक्ति की तुरंत मौत हो सकती है. इसके घातक कण मानव शरीर के अंदर तक घुस जाते हैं.
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