'10-10 मिनट पर गिरते रहे बम', यूक्रेनी अधिकारी ने बताई मारियुपोल पर रूसी हमले की खौफनाक कहानी
मारियूपोल में नेशनल गार्ड अज़ोव रेजिमेंट के कैप्टन सियावातोस्लाव पालमार ने बताया कि शहर पर हर 10 मिनट में बम गिर रहे हैं, रूसी सैनिक के युद्धपोत बमबारी कर रहे हैं.
!['10-10 मिनट पर गिरते रहे बम', यूक्रेनी अधिकारी ने बताई मारियुपोल पर रूसी हमले की खौफनाक कहानी Ukrainian officer in Mariupol said Bombs falling every 10 minutes '10-10 मिनट पर गिरते रहे बम', यूक्रेनी अधिकारी ने बताई मारियुपोल पर रूसी हमले की खौफनाक कहानी](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/02/24/63225b54d416214e89bf3f3fbf8aadcf_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Russia-Ukraine War: यूक्रेन पर रूस के हमले के 26वें दिन राजधानी कीव, कारकीव, मारियुपोल और ओडेसा में हमले तेज हो गए हैं. रूसी सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने में विफल रहे हैं. ऐसे में रूस, पूर्वी यूक्रेन की ओर हमले तेज कर रहा है. रूस के निशाने पर पूर्वी यूक्रेन में मारियुपोल शहर है. रूस यूक्रेन के इस शहर पर कब्जे की तैयारी में है. इस बीच, मारियुपोल शहर के अंदर से एक यूक्रेनी अधिकारी ने बताया कि पूरी रात में शहर भारी बमबारी की चपेट में आ गया.
मारियूपोल में नेशनल गार्ड अज़ोव रेजिमेंट के कैप्टन सियावातोस्लाव पालमार ने बताया, "शहर पर हर 10 मिनट में बम गिर रहे हैं. रूसी सैनिक के युद्धपोत बमबारी कर रहे हैं. कल सैनिकों ने चार टैंकों के साथ बख्तरबंद वाहनों को निष्क्रिय कर दिया." उन्होंने का कि हमें अभी भी गोला-बारूद, टैंक रोधी हथियारों और एयर डिफेंस की जरुरत है. पालमार ने कहा कि वे और उनके साथी लड़ाके मारियुपोल में सरेंडर नहीं करेंगे.
डेडलाइन को यूक्रेन ने किया खारिज
रूस ने रविवार रात को मारियुपोल एडमिनिस्ट्रेशन को सरेंडर के लिए मॉस्को के समय के हिसाब से सुबह 5 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 8 बजे) की डेडलाइन दी थी, जिसे यूक्रेन ने ठुकरा दिया है. बंदरगाह शहर मारियुपोल पर हमले से पहले 450,000 लोगों का घर था. मार्च की शुरुआत से ही रूसी सैनिक यहां लगातार हमले कर रहे हैं. सेटेलाइट इमेज में आवासी क्षत्रों में भारी विनाश दिखाया गया है.
गौरतलब है कि मारियुपोल यूक्रेन का बंदरगाह शहर है. अजोव सागर के तट पर बसा मारियुपोल यूक्रेन के लिए रणनीतिक रूप से बेहद अहम है, इसलिए रूस इस पर कब्जा कर इस बंदरगाह से होने वाले व्यापार पर कब्जा करना चाहता है. ऐसा करके रूस आर्थिक तौर पर यूक्रेन की कमर तोड़ना चाहता है.
ये भी पढ़ें-
China Plane Crash: कुनमिंग से गुआंगज़ौ जा रहा विमान दक्षिणी चीन में क्रैश, 132 यात्री थे सवार
क्या रिवर्स इंजीनियरिंग की मदद से पाकिस्तान बना लेगा ब्रह्मोस जैसी मिसाइल? क्यों भारत के लिए है खतरा
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![अनिल चमड़िया](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/4baddd0e52bfe72802d9f1be015c414b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)