यूक्रेन ने रूस के उस दावे को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की पोलैंड भाग गए हैं. यूक्रेन की संसद ने कहा कि राष्ट्रपति जेलेंस्की भागे नहीं हैं, वो राजधानी कीव में ही हैं. यूक्रेन बार-बार यह दावा कर रहा है कि रूस जेलेंस्की की जान लेने की कोशिश कर रहा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति आवास के पास एक रॉकेट का टुकड़ा भी मिला है. इस पर तंज कसते हुए जेलेंस्की ने कहा कि निशाना चूक गया. इससे पहले भी एक रिपोर्ट में बताया गया था कि, जेलेंस्की को तीन बार मारने की कोशिश की गई थी. लेकिन वो हर बार किसी तरह बच गए.
इससे पहले रूस के मीडिया हाउस स्पूतनिक के हवाले से दावा किया गया था कि जेलेंस्की ने पोलैंड में शरण ले ली है. लेकिन यूक्रेन ने इस बात को खारिज कर दिया है.
वहीं रूसी बलों ने यूक्रेन के एनेर्होदर शहर में हमले तेज कर दिए हैं और इसी क्रम में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हुई गोलाबारी के बाद आग लग गई है. संयंत्र में आग लगने के बाद वहां से विकिरण फैलने का खतरा पैदा हो गया है.
संयंत्र के प्रवक्ता एन्ड्री तुज ने यूक्रेनी टेलीविजन को बताया कि गोले सीधे परमाणु प्लांट पर गिर रहे हैं और इससे छह रिएक्टर में से एक में आग लग गई है. हालांकि इस रिएक्टर में मरम्मत का काम चल रहा था और यह बंद था,लेकिन इसके अंदर परमाणु ईंधन मौजूद है.
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ट्वीट किया कि अग्निशमन दस्ता वहां नहीं पहुंच पा रहा है क्योंकि उन्हें गोली मारी जा रही है. इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) का कहना है कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र में विकिरण के स्तर में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. आईएईए ने यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा नियामक के हवाले से ट्वीट कर शुक्रवार को यह जानकारी दी.
आईएईए ने टि्वटर पर कहा कि उसके महानिदेशक मारियानो ग्रॉसी जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र की मौजूदा स्थिति को लेकर यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस श्मीगल और यूक्रेनी परमाणु ऊर्जा नियामक और संचालक के लगातार संपर्क में बने हुए हैं. आईएईए के महानिदेशक ने दोनों पक्षों से गोलाबारी बंद करने की अपील करते हुए कहा कि यदि परमाणु ऊर्जा संयंत्र को निशाना बनाया गया तो इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं.
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