Israel Hamas War: इजरायल के विदेश मंत्री की ओर से कहा गया कि हमास से साथ चल रहे युद्ध के बाद इजरायल संयुक्त राष्ठ्र एजेंसी को फिलीस्तीनी शरणार्थियों के लिए गाजा में काम करने से रोकेगा. इससे पहले इजरायल ने यूएनआरडब्ल्यूए के कर्मचारियों पर इजरायल में हुए हमले में शामिल होने का आरोप लगाया था.


इजरायल के मंत्री ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा था, "हम वर्षों से चेतावनी दे रहे हैं कि यूएनआरडब्ल्यूए शरणार्थी मुद्दे को कायम रखता है और शांति में बाधा डालता. यूएनआरडब्ल्यूए गाजा में हमास के लिए काम करता है." साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र (UN) से यूएनआरडब्ल्यू पर तुरंl कार्रवाई करने की भी मांग की थी. उन्होंने यूएनआरडब्ल्यूए के कई कर्मचारियों पर हमास का सहयोगी होने का भी आरोप लगाया था.


हमास ने संयुक्त राष्ट्र से नहीं झुकने का किया आग्रह


फिलिस्तीनी चरमपंथी ग्रुप हमास ने शनिवार (27 जनवरी) को यूएआरडब्ल्यूए को लेकर इजरायल के फैसले की निंदा की. साथ ही संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतराराष्ट्रीय संगठनों से किसी भी ब्लैकमेल करने वाले देश के सामने नहीं झुकने का आग्रह किया.


यूएनआरडब्ल्यूए ने शुक्रवार (26 जनवरी) को कहा था कि 7 अक्टूबर को हमास की ओर से हुए हमलों के बाद इजरायल ने उसके जिन कर्मचारियों को आरोपी बनाया था उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है. 


अमेरिका ने बंद किया फंड


इजरायल के मंत्री ने अमेरिका की ओर से यूएनआरडब्ल्यूए को फंड बंद करने के फैसले की सरहाना की थी. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और कनाडा ने भी यूएनआरडब्ल्यूए की फंडिंग पर रोक लगा दी. यूनाइटेड नेशन के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने यूएनआरडब्ल्यूए की तत्काल समीक्षा करने का वादा किया है.


इजरायल के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 7 अक्टूबर 2023 को हमास की ओर से हुए हमले में इजरायल के 1140 लोगों की मौतें हुई, जिसमें से ज्यादातर आम नागरिक थे. इसके बाद इजरायल ने पलटवार करते हुए गाजा पट्टी को निशाना बनाया और हमास के ठिकानों को तबाह करना शुरू कर दिया.


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