Burkina Faso: बुर्किना फासो में हुई हत्याओं पर यूएन ने जताई चिंता, कहा- मामले की पारदर्शिता से हो जांच
गृहयुद्ध की समस्या से जूझ रहे अफ्रीका देश बुर्किना फासो में 28 मुस्लिम पुरुषों के शव मिलने पर यूएन मानवाधिकार आयोग ने चिंता जताई है.
Burkino Faso Armed Struggle: पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो में सेना और विद्रोहियों के बीच संघर्ष में मारे गये आम नागरिकों की मौत पर यूएन ने चिंता जताई. यूएन के मानवाधिकार आयोग ने इस मामले पर चिंता जताते हुए इसकी त्वरित और पारदर्शी जांच की मांग की है.
नये साल की पूर्व संध्या पर बुर्किना फासो के उत्तर पश्चिमी शहर नौना में 28 मुस्लिम पुरुषों के शव मिले थे. बुर्किनाबे सिविल सोसाइटी संगठन ने आरोप लगाया कि इनकी हत्या सरकार समर्थित होमलैंड डिफेंस वालंटियर्स (वीडीपी) के सहायक बल ने की.
'तेजी से होनी चाहिए जांच'
मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने कहा कि बुर्किना फासो में कम से कम 28 लोगों की मौत की तेजी से जांच होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि वह वहां के नागरिकों के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए वॉलंटियर्स की संख्या बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं.
'बुर्किनो में नहीं किया जा रहा अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन'
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने इस पर बयान जारी कर कहा कि बुर्किनो में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का पालन किया जाना बेहद जरूरी है, और यहां पर अभी मानवाधिकार कानूनों का पालन किये जाने की जरूरत है. बुर्किनो इन दिनों दो गुटों के बीच होने वाले संघर्ष से गुजर रहा है और वहां पर राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है. साल 2022 में वहां पर दो बार सैन्य तख्तापलट हो चुका है.
कूप पर क्या बोले थे यूएन चीफ?
विश्व बिरादरी ने बुर्किना फासो में हुए तख्तापलट की निंदा की है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने बुर्किना फासो के हालात पर गहरी चिंता व्यक्त की है.गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक बयान में कहा, "महासचिव हथियारों के बल पर सत्ता पर कब्जा करने के किसी भी प्रयास की कड़ी निंदा करते हैं और सभी नेताओं से हिंसा से परहेज करने और संवाद से काम लेने आह्वान करते हैं."