Sudan Clashes: सूडान की राजधानी खार्तूम में सेना तथा अर्द्धसैनिक बल के बीच संघर्ष जारी है. जारी संघर्ष में एक भारतीय समेत 75 लोगों की मौत हो गई है. वहीं सैकड़ों लोग घायल है. मृतकों में संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एजेंसी के तीन कर्मचारी भी शामिल है. इस बात से नाराज खाद्य एजेंसी ने सूडान में काम थप कर दिया है. 


विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक सिंडी मैक्केन ने घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा है कि मैं शनिवार (15 अप्रैल) को उत्तरी दारफुर के काबकाबिया में हिंसा में तीन डब्ल्यूएफपी कर्मचारियों की दुखद मौत से स्तब्ध और हतप्रभ हूं. उन्होंने बताया कि ये कर्मचारी संकट से जूझ रहे लोगों की मदद कर रहे थे, ऐसे में इनकी मौत अत्यंत दुखद है. 


हमें ही खतरा है, हम काम कैसे करें- WHO


उन्होंने आगे कहा कि हमने हालात की समीक्षा की है और पाया कि अभी माहौल काम करने योग्य नहीं है. ऐसे में हम सूडान में सभी कार्यों को अस्थायी रूप से रोकने के लिए मजबूर हैं. डब्ल्यूएफपी भयानक खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे सूडानी लोगों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अगर हमारी टीमों की सुरक्षा की गारंटी नहीं है तो हम अपना जीवन रक्षक कार्य नहीं कर सकते हैं. सभी पक्षों को एक समझौते पर आना चाहिए, एक बार शांति स्थापित हो जाए फिर हम सूडान के लोगों को निरंतर सेवा देते रहेंग. वे हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हैं.


सूडान में अर्धसैनिक बलों और सेना के बीच संघर्ष में अब तक 75 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है. मृतकों में एक भारतीय भी शामिल है. शनिवार को सूडान की राजधानी खार्तूम में भीषण गोलीबारी और विस्फोट की शुरुआत हुई. यहां सेना और पैरामिलिट्री 'रैपिड सपोर्ट फोर्स' के बीच संघर्ष चल रहा है. 


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