एक्सप्लोरर
कोरोना संकट के बीच UN ने कहा- 2020 खत्म होते-होते 13 करोड़ लोग भुखमरी तक पहुंच जाएंगे
विश्व में 82.1 करोड़ लोग रोज़ रात को भूखे सो रहे हैं, 13.5 करोड़ और लोग ‘‘भूखमरी के संकट या उससे भी बुरे स्तर’” का सामना कर रहे हैं. विश्व खाद्य कार्यक्रम का एक नया आकलन दिखाता है कि कोविड-19 के परिणामस्वरूप 13 करोड़ लोग “2020 के अंत तक भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे.”
![कोरोना संकट के बीच UN ने कहा- 2020 खत्म होते-होते 13 करोड़ लोग भुखमरी तक पहुंच जाएंगे UN Head says 130 million people will reach starvation by the end of 2020 कोरोना संकट के बीच UN ने कहा- 2020 खत्म होते-होते 13 करोड़ लोग भुखमरी तक पहुंच जाएंगे](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/04/27201841/starvation-in-Syria-4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
संयुक्त राष्ट्र: विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रमुख ने कहा है कि वह विश्व के सबसे धनी कुछ देशों के नेताओं से फोन पर संपर्क में हैं. उन्हें एक अहम संदेश दे रहे हैं कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी न सिर्फ उनकी अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रही है बल्कि संवेदनशील और संघर्ष ग्रस्त देशों पर भी असल डाल रही है. जहां लाखों लोग भुखमरी का सामना करने पर मजबूर हो जाएंगे अगर ये देश भोजन के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को दी जाने वाली आर्थिक सहायता को रोकते या कम करते हैं.
डेविड बिसले ने एसोसिएटेड प्रेस के साथ साक्षात्कार में कहा कि वह नेताओं को बता रहे हैं कि आपूर्ति श्रृंखला को बरकरार रखना जरूरी है और इसमें कई संभावित बाधाएं हैं जैसे निर्यात पर लगे प्रतिबंध, सीमाओं और बंदरगाहों को बंद करना, खेत में फसलों का ना उपजना और सड़कों का बंद रहना. उन्होंने कहा, “अगर हमारे पास पैसा और पहुंच हो तो हम सूखे को टाल सकते हैं और भुखमरी से होने वाली मानवता की विनाशकारी मौतों को टाल सकते हैं.”
बिसले ने कहा, “लेकिन अगर हमें आर्थिक सहायता नहीं मिलेगी या आपूर्ति की कड़ियां बाधित होती हैं तो यह आपदा बन सकती है.” उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को पिछले हफ्ते आगाह किया था कि जहां विश्व कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपट रहा है, वहीं वह ‘‘भुखमरी की वैश्विक महामारी के कगार पर” है और अगर तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो कुछ ही महीनों के भीतर यह “बड़े पैमाने के कई अकाल” ला सकता है.
उन्होंने कहा कि अब पूरे विश्व में 82.1 करोड़ लोग रोज रात को भूखे सो रहे हैं, 13.5 करोड़ और लोग ‘‘भूखमरी के संकट या उससे भी बुरे स्तर’” का सामना कर रहे हैं. विश्व खाद्य कार्यक्रम का एक नया आकलन दिखाता है कि कोविड-19 के परिणामस्वरूप 13 करोड़ लोग “2020 के अंत तक भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे.” बिसले ने बताया कि विश्व खाद्य कार्यक्रम के तहत करीब 10 करोड़ लोगों को रोजाना भोजन उपलब्ध कराया जाता है. इनमें 3 करोड़ लोग ऐसे हैं जो जिंदा रहने के लिए पूरी तरह हम पर निर्भर रहते हैं.
उन्होंने कहा कि अगर उन 3 करोड़ लोगों तक पहुंच नहीं बनाई जा सकी, “तो हमारा आकलन दिखाता है कि 3 महीने के भीतर हर दिन 3 लाख लोग भुख से मरेंगे’’ और इनमें वे लोग शामिल नहीं हैं जो कोरोना वायरस के चलते बढ़ी भुखमरी से प्रभावित हैं. बिसले ने कहा कि बुरी से बुरी स्थिति में करीब 36 देशों में अकाल पड़ सकता है और उनमें से 10 देशों में से प्रत्येक देश में 10 लाख से ज्यादा लोग पहले से भुखमरी की कगार पर हैं.
उन्होंने बताया कि विश्व खाद्य कार्यक्रम को अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, यूरोपीय संघ, जापान और अन्य समृद्ध देशों से समर्थन मिलता है. बिसले ने समझाया कि अगर इन देशों की अर्थव्यवस्था बिगड़ती है तो इससे हमें मिलने वाली मदद प्रभावित होगी और यह विभिन्न तरीकों से विकासशील देशों की स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा.
ये भी पढ़े.
इंदौर: पहले कोरोना को दी मात अब प्लाज्मा देकर बचा रहे जान, डॉक्टर बोले- कोरोना हारेगा, भारत जीतेगा
राजस्थान: झालावाड़ में 100 नर्सिंग स्टाफ का इस्तीफा, कम वेतन-PPE किट्स और मास्क न मिलने का लगाया आरोप
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
ओटीटी
बिजनेस
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)