Abortion Rights: UN मानवाधिकार प्रमुख ने कहा, ‘गर्भपात पर फैसला महिलाओं के मानवाधिकारों, लैंगिक समानता को बड़ा झटका'
Abortion Rights: यूएस सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ऐतिहासिक फैसले में, देश भर में गर्भपात की गारंटी देने वाले 50 साल पहले रो बनाम वेड मामले में दिए फैसले को उलट दिया.
Abortion Rights: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख (UN human rights chief) ने गर्भपात (Abortion) के संवैधानिक अधिकार (Constitutional Right) को उलटने वाले अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट (US Supreme Court) के फैसले को महिलाओं (women) के मानवाधिकारों (human rights) और लैंगिक समानता (gender equality) के लिए एक "बड़ा झटका" करार दिया है. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों (UN agencies) ने चेतावनी दी है कि गर्भपात तक पहुंच को प्रतिबंधित करने से लोगों को इसकी मांग करने से नहीं रोका जा सकता है जो इसे "अधिक घातक" बनाता है.
यूएस सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ऐतिहासिक फैसले में, देश भर में गर्भपात की गारंटी देने वाले 50 साल पहले रो बनाम वेड मामले में दिए फैसले को उलट दिया. फैसले के मुताबिक, गर्भपात की वैधता और इससे संबंधित सभी सवाल अब अमेरिका के अलग-अलग राज्यों पर निर्भर करेंगे. शीर्ष अदालत के इस फैसले के बात इस बात की प्रबल संभावना है कि अमेरिका के करीब आधे राज्य गर्भपात पर बैन लगा दें. कुछ राज्यों ने गर्भपात पर तुरंत प्रतिबंध भी लगा दिया है.
'गर्भपात तक पहुंच अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून में मजबूती से निहित'
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (UN High Commissioner For Human Rights) मिशेल बाचेलेट (Michelle Bachelet) ने शुक्रवार को कहा, “डॉब्स बनाम जैक्सन महिला स्वास्थ्य संगठन पर शुक्रवार को दिया गया यूएस सुप्रीम कोर्ट का फैसला रो बनाम वेड के माध्यम से अमेरिका में यौन और प्रजनन स्वास्थ्य और अधिकारों के लिए पांच दशकों के संरक्षण के बाद एक बड़े झटके का प्रतिनिधित्व करता है. यह महिलाओं के मानवाधिकारों और लैंगिक समानता के लिए एक बड़ा झटका है." उन्होंने कहा कि सुरक्षित, कानूनी और प्रभावी गर्भपात तक पहुंच अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून में मजबूती से निहित है.
'हर साल 2.5 करोड़ से अधिक असुरक्षित गर्भपात होते हैं'
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ट्वीट किया कि हर साल 2.5 करोड़ से अधिक असुरक्षित गर्भपात होते हैं और 37,000 महिलाओं की मौत हो जाती है. इसने चेतावनी दी कि सबूत बताते हैं कि गर्भपात तक पहुंच को प्रतिबंधित करने से गर्भपात की संख्या कम नहीं होती है. हालांकि, प्रतिबंध महिलाओं और लड़कियों को असुरक्षित प्रक्रियाओं की ओर ले जाने की अधिक संभावना रखते हैं.
डब्ल्यूएचओ ने कहा, “हर जगह महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सुरक्षित गर्भपात देखभाल आवश्यक है. गर्भपात देखभाल तक पहुंच को हटाने से अधिक महिलाओं और लड़कियों को अवैध गर्भपात का खतरा होगा और इसके परिणामस्वरूप सुरक्षा के मुद्दे सामने आएंगे. ”
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) ने अपनी 2022 की विश्व जनसंख्या रिपोर्ट की स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि दुनिया भर (WorldWide) में लगभग आधे गर्भधारण (Pregnancies) अनजाने में होते हैं, और इनमें से 60 प्रतिशत से अधिक अनपेक्षित गर्भधारण गर्भपात में समाप्त हो सकते हैं.
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