Namami Ganga Project: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के मेगा प्रोजेक्ट 'नमामि गंगे' प्रोजेक्ट की तारीफ संयुक्त राष्ट्र (UN) ने की है. साथ ही इस प्रोजेक्ट को बुधवार (14 दिसंबर) को दुनिया के इकोसिस्टम को रिस्टोर करने वाले 10 फ्लैगशिप प्रोग्राम (Flagship Programme) में भी शामिल किया गया है. यह सम्मान नमामि गंगे परियोजना के महानिदेशक जी. अशोक कुमार को कनाडा के मांट्रियल में जैव विविधता पर सम्मेलन (CBD) के 15वें समारोह में मिला.
इन अभियानों को संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) और संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा प्राकृतिक इकोसिस्टम को रिस्टोर करने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने चुना था.
महानिदेशक अशोक कुमार ने क्या कहा
महानिदेशक कुमार ने कहा, "नमामि गंगे मिशन को दुनिया में टॉप-10 इकोसिस्टम को रिस्टोर करने वाले मिशन में से एक के रूप में मान्यता दी गई है. यह मिशन भारत सरकार द्वारा नदी के पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए किए जा रहे ठोस प्रयासों की गवाही देता है. मुझे आशा है कि हमारे प्रयास दुनिया भर में इसी तरह के और प्रयासों के लिए एक रोडमैप प्रदान करते हैं."
संयुक्त राष्ट्र भी करेगा समर्थन
पूरे विश्व में प्राकृतिक स्थानों को बचाने और नुकसान रोकने के लिए रोडमैप बनाया गया है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि नमामि गंगे सहित कई योजनाएं अब संयुक्त राष्ट्र का समर्थन, धन और तकनीकी विशेषज्ञता प्राप्त करेंगी. महानिशेक कुमार ने कहा, "यह हमारे लिए एक बहुत ही उपयुक्त समय है क्योंकि भारत ने G20 समूह की अध्यक्षता संभाली है. हमारे प्रधानमंत्री ने वसुधैव कुटुम्बकम की सच्ची भावना में पर्यावरण की सुरक्षा 'एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य' के लिए अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत किया.
5 बिलियन डॉलर हुआ खर्च
उन्होंने बताया, नमामि गंगे कार्यक्रम 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गंगा नदी को साफ करने की आवश्यकता को पहचानने और नदी को स्वच्छ बनाने के लिए 5 बिलियन डॉलर से अधिक की खर्च किए. यह प्रधानमंत्री मोदी की गंगा नदी और प्रकृति प्रेम के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
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