UN on Sri Lanka Crisis: संयुक्त राष्ट्र (UN) महासचिव एटोनियो गुटेरस (Antonio Guterres) ने श्रीलंका में हिंसा के सभी कृत्यों की निंदा की है. उन्होंने कहा कि वो श्रीलंका में हो रहे घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं और श्रीलंका व उसके लोगों को सपोर्ट करने के लिए तैयार है. उन्होंने जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया है, जो शांति बनाए रखने के सर्वोपरि महत्व को रेखांकित करता है.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस श्रीलंका के घटनाक्रम पर करीब से नज़र रख रहे हैं और उन्होंने सभी पक्षों से बातचीत में शामिल होने का आह्वान किया है ताकि नयी सरकार गठित हो सके और देश के आर्थिक संकट का स्थायी हल निकाला जा सके. उनके प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी दी. प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि वह मुसीबत में घिरे श्रीलंका के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं.
भारत ने की 3.8 बिलियन डॉलर से ज्यादा की मदद
श्रीलंका के लगातार बिगड़ते हालात पर उसके पड़ोसी मुल्क भारत ने उसका समर्थन किया है. रविवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा, हमें उन चुनौतियों के बारे में मालूम है जिसका सामना इस समय श्रीलंका और उसके लोग कर रहे हैं. उनको इस कठिन दौर से उबरने की कोशिश में हम श्रीलंका के लोगों के साथ खड़े हैं. भारत ने इस वर्ष श्रीलंका में गंभीर आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का अभूतपूर्व समर्थन दिया है. पड़ोसी देश श्रीलंका के बुरे दौर में हम उसके साथ खड़े हैं.
सबसे बुरे दौर से गुजर रहा श्रीलंका
श्रीलंका (Sri Lanka) अभूतपूर्व आर्थिक उथल-पुथल का सामना कर रहा है. 2.2 करोड़ लोगों की आबादी वाला देश सात दशकों (70 Years) में सबसे खराब दौर (Bad Condition) से गुजर रहा है. श्रीलंका में विदेशी मुद्रा (foreign currency) की भारी कमी है, जिससे देश ईंधन (Fuel) और अन्य आवश्यक वस्तुओं (Other Essiential Products) के जरूरी आयात के लिए भुगतान (Payment) कर पाने में असमर्थ हो गया है. इन हालात के बीच जनता (Public) सड़कों (Road) पर है और देश में लगातार प्रदर्शन (Protest) हो रहे हैं.
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