संयुक्त राष्ट्रः संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को पूर्वी यरुशलम में बढ़ती हिंसा पर आपातकालीन बैठक की और एक प्रस्तावित बयान पर विचार-विमर्श किया, जिसमें इजरायल से आह्वान किया गया कि वह मामले को लेकर "संयम" बरतें और इस पवित्र स्थलों पर ऐतिहासिक यथास्थिति का सम्मान करे.


यरुशलम में बढ़ती हिंसा पर आपातकालीन बैठक


संयुक्त राष्ट्र में आयरलैंड के राजदूत गेराल्डिन बायर्न नैसन ने कहा कि "सुरक्षा परिषद को तत्काल बात करनी चाहिए, और हम आशा करते हैं कि वह आज ऐसा करने में सक्षम होगा." परिषद के राजनयिकों ने कहा कि सभी 15 सदस्यों ने झड़पों और बढ़ती हिंसा पर चिंता व्यक्त की लेकिन इजराइल के निकटतम सहयोगी अमेरिका ने कहा कि इस समय एक बयान उपयोगी नहीं हो सकता है. बहरहाल, अमेरिका ने परिषद के विशेषज्ञों द्वारा इस बयान पर चर्चा किए जाने पर सहमति जताई.


इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर अंतरराष्ट्रीय दबाव


वहीं दूसरी ओर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अंतरराष्ट्रीय दबाव को दरकिनार करते दिख रहे हैं. वह यरुशलम में निर्माण कार्य आगे बढ़ाने के पक्ष में हैं. उनका कहना है कि हाल ही के कुछ दिनों में उन पर यरुशलम में निर्माण कार्य नहीं करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है.


फिलहाल यरुशलम में जारी हिंसा को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति बनाए जाने की मांग की जा रही है. जिसे लेकर विश्व के कई देशों ने चिंता जताई है. शांति बनाए रखने के लिए ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने भी अपील करते हुए कहा है कि हिंसा से सिर्फ हिंसा को जन्म दिया जा सकता है.


 


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