संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मिस्र में अल-वहत रेगिस्तान में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की. हमले में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी. यह हमला शुक्रवार को हुआ था, जिसमें बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घायल भी हुए थे.


समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष फ्रैंकोइस डेलाट्रे द्वारा जारी प्रेस बयान में कहा गया कि परिषद के सदस्यों ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति और मिस्र की सरकार के प्रति संवेदना और अपनी गहरी सहानुभूति व्यक्त की है. साथ ही घायल हुए लोगों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.


सुरक्षा परिषद ने अपराधियों, आयोजकों, वित्तदाताओं और आतंकवाद के इस घृणित कृत्यों के लिए न्याय करने की आवश्यकता को रेखांकित किया और सभी राज्यों से इस संबंध में सक्रिय रूप से मिस्र सरकार और सभी संबंधित अधिकारियों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया.


परिषद ने दोहराया कि आतंकवाद का कोई भी रूप अपराधपूर्ण और अनुचित है, चाहे कहीं भी, कभी भी हो और जिसने भी किया हो.


सुरक्षा परिषद ने कहा कि आतंकवाद अपने सभी रूपों में अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है. साथ ही सुरक्षा परिषद ने सभी राज्यों से अंतर्राष्ट्रीय शांति और आतंकवादी कृत्यों के कारण होने वाले सुरक्षा के हर प्रकार के खतरों से निपटने के लिए कहा.


अधिकारियों ने कहा कि यह हाल के वर्षो में मिस्र के सुरक्षाकर्मियों पर होने वाले सबसे घातक घटनाओं में से है.


उल्लेखनीय है कि काहिरा के दक्षिण-पश्चिम में आतंकवादी ठिकाने पर छापे के दौरान कम से कम 54 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. इनमें 20 अधिकारी और 34 अनिवार्य सेवा के तहत भर्ती किए गए जवान शामिल हैं.