UN Worried Over Twitter: ट्विटर (Twitter) को लेकर इसके मालिक एलन मस्क (Elon Musk) के फैसले संयुक्त राष्ट्र (United Nations) को भी चिंता में डाल रहे हैं. वैश्विक संचार के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) की अवर महासचिव मेलिसा फ्लेमिंग (Melissa Fleming) का इस बारे में बयान आया है. फ्लेमिंग ने कहा, ''कारोबारी अरबपति एलन मस्क सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को फ्री स्पीच के अड्डे के रूप में स्थापित कर रहे हैं और संयुक्त राष्ट्र को ऐसी संभावनाओं के बारे में चिंता में डाल रहे हैं.'' उल्लेखनीय है कि 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद एलन मस्क ने इसे मुक्त अभिव्यक्ति का मंच बनाने की घोषणा की थी.


मेलिसा फ्लेमिंग ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, ''कुछ एक्टिव यूजर नफरत और दुष्प्रचार का विस्फोट होने के डर के ट्विटर छोड़ रहे हैं. हम भी चिंतिंत हैं लेकिन संयुक्त राष्ट्र अब भी इसका इस्तेमाल कर रहा है क्योंकि हमारे काम में दुनिया के साथ सही, तथ्य आधारित और जीवन रक्षक जानकारी साझा करना शामिल है.''


'ट्विटर अधिग्रहण के कुछ ही घंटों में बढ़ा हेट कंटेंट'


मेलिसा फ्लेमिंग संयुक्त राष्ट्र की अधिकारी होने के साथ-साथ एक अमेरिका पत्रकार भी है. उन्होंने अपनी वेबसाइट melissa-fleming.medium.com पर इस बारे में एक विस्तृत लेख लिखा है. मेलिसा लिखती हैं, ''एलन मस्क की ओर से ट्विटर का अधिग्रहण किए जाने ने मंच पर नफरत और हानिकारक दुष्प्रचार के विस्फोट की आशंकाओं को प्रेरित किया है. दुर्भावनापूर्ण लोग पहले से ही नए तंत्र की सीमाओं की थाह ले रहे हैं. एक अध्ययन में पाया गया कि अधिग्रहण के कुछ ही घंटों में ट्विटर पर नफरत फैलाने वाली पोस्ट की बाढ़ आ गई है. जानकारी मिली है कि ट्विटर पर नस्लवादी कंटेंट, जंगली षड़यंत्र के सिद्धांतों, यहूदी-विरोधी मीम्स और हैरान करने वाली भाषा में अचानक इजाफा हो गया है. ऐसे संकेत मिले हैं कि बार-बार नियम तोड़ने वालों को बैन नहीं किया जा सकता है. पहले से ही हाशिए पर पड़े, दुर्व्यवहार और उत्पीड़ित लोगों के लिए यह केवल विनाशकारी होगा.''


दुष्प्रचार के दौर में मस्क क्यों उठा रहे ऐसा कदम?


मेलिसा आगे लिखा, ''दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए काम करने वाले लोगों के लिए ट्विटर और अन्य प्लेटफॉर्म महत्वपूर्ण साधन हैं. निरंकुश देशों में वे लोगों को प्रतिबंधित समाचार खोजने की अनुमति देते हैं. युद्ध क्षेत्रों का दंश झेलने वाले लोगों को यह संपर्क में रहने की सुविधा देता है. सोशल मीडिया पर ऐसे आंदोलनों का जन्म हुआ है जिन्होंने मानवाधिकारों में सुधार किया है.


संयुक्त राष्ट्र में मेरी सोशल मीडिया टीम हर दिन हमारे लाखों फॉलोवर्स के लिए भरोसेमंद जानकारी को पोस्ट के माध्यम से सुलभ कराती है. ये संबंधित वैश्विक नागरिक दुनिया के बारे में जानने के लिए हमारी सोशल मीडिया मौजूदगी और इसमें वे कैसे शामिल हो सकते हैं, इसकी तलाश करते हैं. हमने बड़ी मेहनत से एक बेहतर भविष्य की खोज करने वाले समुदाय को बनाया है लेकिन एलन मस्क का ट्विटर को फ्री स्पीच का अड्डा बनाने का वादा हमें चिंतित करता है. दुष्प्रचार के दौर में इसका वास्तव में क्या अर्थ है?


'पहले ट्विटर ऐसा नहीं था'


संयुक्त राष्ट्र की अधिकारी ने आगे लिखा, ''ट्विटर पहले कोई ऐसा अड्डा नहीं था, सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की तरह इसके एल्गोरिदम को जुड़ाव बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत की जाती थी. जब वे उकसाने वाली सामग्री को बढ़ाते हैं तो लाभ को सभ्यता से ऊपर रखते हैं. वे आक्रोश और विभाजन उत्पन्न करते हैं और सूचित और बारीक बहस को कम करते हैं.'' मेलिसा ने कहा कि हमारे सामने चुनाव, यूक्रेन में युद्ध और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियां हैं, ऐसे में हमारे पास गलत फैसले लेने का समय नहीं है.


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