नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष(आईएमएफ) ने बेरोजगारी को भारत के लिए प्रमुख चुनौती करार देते हुए विश्वास जताया कि देश में बीते कुछ सालों में किए जा रहे सुधारों का परिणाम नए रोजगारों के रूप में मिलेगा.


आईएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस ने मीडिया से कहा, 'स्पष्ट रूप से भारत के लिए रोजगार चाहने वालों युवाओं को पर्याप्त रोजगार उपलब्ध करवाना चुनौती है. भारत ने जो कदम उठाए हैं व जो सुधार किए हैं उनसे रोजगार पैदा होंगे.'


उन्होंने कहा कि हाल के समय में भारत तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक रहा है. राइस ने कहा कि इससे गरीबी घटी है और जीवन स्तर में सुधार हुआ है. हाल ही में केंद्र सरकार के जीएसटी और नोटबंदी जैसे निर्णय से भी रोजगार जल्द पैदा हो सकेंगे.