Burkina Faso Attacks: पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो (Burkina Faso) के दो गांवों में गुरुवार (6 अप्रैल) रात अज्ञात हमलावरों ने हमला बोल दिया, जिसके चलते 44 लोगों की मौत हो गई. यह जानकारी समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दी. अधिकारियों ने कहा कि ये हमले बुर्किना फासो के साहेल क्षेत्र के कौराकोउ (Kourakou) और तोंडोबी (Tondobi) गांवों में किए गए. हमलों में कई लोग घायल भी हुए हैं. 


इस क्षेत्र में अल कायदा और इस्लामिक स्टेट से जुड़े इस्लामी संगठनों का कब्जा है. इलाके में पहले भी कई बार हमले हो चुके हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि गुरुवार को हमलों को किस संगठन ने अंजाम दिया. हालांकि, अधिकारियों ने सशस्त्र आतंकी समूहों को इसके लिए जिम्मेदार माना है.


शांति बहाल करने की कोशिश जारी


समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, साहेल क्षेत्र के लेफ्टिनेंट-गवर्नर रोडोल्फ सोरघो (Rodolphe Sorgho) ने शनिवार (8 अप्रैल) को जानकारी दी कि कौराकोउ में 31 लोगों की मौत हुई जबकि तोंडोबी में 13 लोग मारे गए. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति बहाल करने की कोशिश जारी है. रिपोर्ट में बताया गया कि ये दोहरे हमले सेतेंगा (Seytenga) गांव के पास हुए, जहां पिछले जून में उग्रवाद जनित एक हमले में 86 नागरिक मारे गए थे. 


हिंसा के चलते विस्थापित हो चुके हैं 20 लाख से ज्यादा लोग


रॉयटर्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक बुर्किना फासो में बीते वर्षों में हजारों लोग हिंसा में मारे गए जबकि 20 लाख से ज्यादा लोगों को विस्थापित होना पड़ा है. अशांति के चलते पिछले साल देश ने दो बार सेना की ओर से तख्तापलट का सामना किया, लेकिन हिंसा का मामले थमे नहीं हैं. अशांति की शुरुआत 2012 में पश्चिम अफ्रीकी देश माली से हुई थी. इसके बाद हिंसा पड़ोसी देश बुर्किना फासो और नाइजर में फैल गई. 


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