उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने लगातार मिसाइल टेस्ट कर दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. ऐसा लगता है कि किम जोंग पर वैश्विक दबाव का कोई असर नहीं पड़ रहा है. उत्तर कोरिया की ओर से धड़ाधड़ कई मिसाइल टेस्ट किए जाने के बाद 11 देशों ने इसकी आलोचना की है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया को लेकर बैठक बुलाई गई है. राजनयिकों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्योंगयांग के नवीनतम संदिग्ध मिसाइल परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया पर सोमवार को बंद दरवाजे के पीछे अनौपचारिक बैठक करेगी. राजनयिकों ने कहा कि बैठक का अनुरोध अमेरिका की ओर से किया गया था.
उत्तर कोरिया पर UNSC की बैठक
उत्तर कोरियाई स्टेट मीडिया ने कहा कि उत्तर कोरिया ने शनिवार को स्पाई सैटेलाइट सिस्टम को लेकर परीक्षण किया था. लेकिन विश्लेषकों ने कहा था कि यह बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च थी. एक राजनयिक ने कहा कि हालिया परीक्षण पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के अलावा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को उत्तर कोरिया के सहयोगी चीन पर संयुक्त बयान जारी करने का दबाव बनाना चाहिए. राजनयिक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमें उत्तर कोरिया के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एकता दिखाने के लिए मिसाइल परीक्षणों को लेकर बस छोटे से स्टेटमेंट की जरुरत होगी.
लगातार मिसाइल टेस्ट से बढ़ी दुनिया की चिंता
चीन ने 2017 के बाद से उत्तर कोरिया पर सुरक्षा परिषद के किसी भी कदम में शामिल होने से इनकार कर दिया है. उस दौरान संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे. स्टेट न्यूज एजेंसी केसीएनए ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया था कि उसने स्पाई सैटेलाइट के विकास की दिशा में एक और अहम परीक्षण किया. वहीं दक्षिण कोरिया का कहना है कि ये उत्तर कोरिया का बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट था. उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार कार्यक्रमों के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों को दरकिनार करता रहा है. हालांकि शांतिपूर्ण उपग्रह प्रक्षेपण समान स्तर के प्रतिबंधों के अधीन नहीं है. बता दें कि किम जोंग अपनी सेना के आधुनिकिकरण के लिए जोर तोड़ से जुटा हुआ है और इसी क्रम में इस साल कई मिसाइल टेस्ट कर दुनिया को चिंता में डाल दिया है.
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