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America: दिखने लगा यूएस सुप्रीम कोर्ट के फैसले का असर, 15 राज्यों में 60 से अधिक क्लीनिक में गर्भपात बंद

 US 66 Clinics Halted Abortions: अमेरिका में इस साल जून में रो बनाम वेड (Roe Vs Wade) केस के गर्भपात पर आए फैसले का असर दिखने लगा है. इस देश के कई क्लीनिक ने अब गर्भपात की सुविधा देना बंद कर दिया है.

US 66 Clinics Halted Abortions: अमेरिका के कई क्लीनिक ने अपने वहां गर्भपात (Abortion) की सुविधा देनी बंद कर दी है. इसका खुलासा गुट्टमार्कर इंस्टीट्यूट (Guttmacher Institute) की एक जांच में हुआ है. दरअसल देश के सुप्रीम कोर्ट ने इसी साल जून में एक ऐतिहासिक फैसला देते हुए यहां महिलाओं के गर्भपात के अधिकार को खत्म कर दिया था.

एससी ने रो बनाम वेड (Roe Vs Wade) केस में ये फैसला दिया था. इंस्टीट्यूट ने इस फैसले के आने के बाद 100 दिनों में इसके यहां के राज्यों के कानूनों पर पड़े असर की जांच की. इस जांच का नतीजा गुरुवार 6 अक्टूबर को जारी किया गया. इसके मुताबिक देश में कम से कम 66 क्लीनिक ने अपने यहां गर्भपात को रोक दिया है. 

कम हुए गर्भपात के क्लीनिक 

गुटमॉर्कर इंस्टीट्यूट 6 अक्टूबर को जारी एक विश्लेषण के मुताबिक अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के रो बनाम वेड में फैसले को पलटने के बाद से यहां के 15 राज्यों में कम से कम 66 क्लीनिकों ने गर्भपात (Abortion) करवाना बंद कर दिया है. गर्भपात अधिकारों का समर्थन (Supports Abortion Rights) करने वाले शोध समूह गुट्टमार्कर इंस्टीट्यूट का कहना है कि एससी (SC) के 24 जून के फैसले से पहले ही अमेरिका के 15 राज्यों में गर्भपात कराने वाली क्लिनिक्स की संख्या में भारी कमी आई है.

इन राज्यों में 24 जून के फैसले से पहले ही इन क्लीनिक की संख्या 79 से घटकर 2 अक्टूबर 2022 तक केवल 13 रह गई. गर्भपात कराने वाले  ये 13 बचे हुए क्लीनिक जॉर्जिया (Georgia) में हैं. अन्य राज्यों में गर्भपात की पेशकश करने वाला कोई क्लीनिक नहीं बचा है, हालांकि कुछ क्लीनिक गर्भपात के अलावा अन्य तरह की सेहत संबंधी देखभाल की पेशकश कर रहे हैं. साल 2020 तक अमेरिका में गर्भपात की सुविधा देने वाले 800 से अधिक क्लीनिक थे. 

दवा का अधिक इस्तेमाल

गुट्टमार्कर इंस्टीट्यूट की शोधकर्ता रचेल जोन्स ने कहा, "अराजकता, भ्रम और नुकसान की पूरी सीमा को समझने के लिए बहुत अधिक शोध करने की जरूरत होगी, जो कि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात की जरूरत वाले लोगों के लिए पैदा कर दिया है, लेकिन जो तस्वीर उभरने लगी है, उससे ऐसे किसी भी शख्स को खतरा महसूस होना चाहिए जो प्रजनन आजादी और शारीरिक स्वायत्तता के अधिकार का समर्थन करता है. 

गर्भपात अधिकारों का समर्थन करने वाले इंस्टीट्यूट की नई रिपोर्ट में अस्पतालों और डॉक्टर्स के ऑफिस के डेटा शामिल नहीं हैं जिन्होंने गर्भपात की सुविधा दी और अदालत के फैसले के बाद इसे रोक दिया है. शोधकर्ता जोन्स ने नोट किया कि सबसे अधिक गर्भपात कराने वाले अधिकांश अमेरिकी क्लीनिक गर्भपात के लिए दवा देते हैं. इंस्टीट्यूट के डेटा से खुलासा हुआ है कि आधे से अधिक अमेरिकी गर्भपात दवा (Abortion Medication) के जरिए किए जाते हैं.

दक्षिणी राज्यों में नहीं है सुविधा

अमेरिका में गर्भपात की सुविधा न देने वाले अधिकतर राज्य देश के दक्षिणी राज्य हैं. इन राज्यों में इस सुविधा के न होने से यहां कि महिलाओं को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा. गर्भपात कराने की इच्छा वाली महिलाओं को इसके लिए बेहद दूर तक का सफर तय करना होगा, जो एक तरह से इन हालातों में संभव नहीं होगा. इंडियाना (Indiana) और ओहियो (Ohio) में गर्भपात कराने वाले डॉ जीन कॉर्विन (Dr Jeanne Corwin) कहती हैं कि क्लिनिक बंद होने से महिलाओं के शारीरिक, मानसिक और वित्तीय स्वास्थ्य को अथाह नुकसान झेलना पड़ेगा. 

क्लीनिक को है डर

इंस्टीट्यूट की जांच में इस बात का खुलासा भी हुआ है कि कई राज्यों में गर्भपात कराने वाले क्लीनिक भी खतरा महसूस करते हैं, क्योंकि गर्भपात पर लगे प्रतिबंधों पर केवल अस्थायी तौर पर राहत दी गई थी. इनमें इंडियाना,ओहियो और साउथ कैरोलाइना शामिल हैं. इंडियाना के गर्भपात की सुविधा देने वाले क्लीनिक ओबी-जीवाईएन (OB-GYN) की डॉ केटी मैकहग (Katie McHugh) ने कहा, "यह चिकित्सा और निश्चित तौर पर व्यावसायिक नजरिए से खतरनाक कदम है." उन्होंने आगे कहा,"जब आप नहीं जानते कि कल आप अपराधी बनने जा रहे हैं, तो ऐसे में क्लीनिक के दरवाजे खुले रखना मुश्किल है."

क्या था मामला

24 जून 2022 को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात को क़ानूनी तौर पर मंज़ूरी देने वाले 5 दशक पुराने फ़ैसले को पलट दिया था. कोर्ट ने ये फैसला 50 साल पुराने रो बनाम वेड मामले को पलटने के बाद दिया था. रो बनाम वेड मामले के फैसले में गर्भपात को कानूनी बताते हुए संविधान के जरिए इस मामले पर फैसले का हक गर्भवती महिला को दिया गया था. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले के बाद से कुछ राज्यों में गर्भपात क्लीनिक (Abortion Clinics) बंद होने का सिलसिला चल पड़ा था. इसका सीधा असर फैसले के तुरंत बाद ही देखने को मिला था. कोर्ट के फ़ैसले के ऑनलाइन पोस्ट होते ही अर्कांसस (Arkansas) राज्य के लिटिल रॉक में एक अबॉर्शन क्लीनिक ने अपने दरवाज़े गर्भपात के लिए बंद कर दिए सभी महिलाओं की अप्वाइंटमेंट्स रद्द कर दी थीं.

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