(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अमेरिका ने हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर किया हमला, बी-2 स्पिरिट बॉम्बर का इस्तेमाल कर सैन्य हथियारों को निशाना बनाया
US Strike: अमेरिकी सेंट्रल कमांड द्वारा यमन में ईरान समर्थित हूती चरमपंथियों के खिलाफ बड़ा हमला किया गया है. इस हमले में हूती के हथियारों से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाया गया है.
US Strike Yemen: अमेरिकी एयर फोर्स ने यमन में ईरान समर्थित हूती चरमपंथियों के खिलाफ बड़ा हमला किया है, जिसमें उनके हथियार रखने के ठिकानों पर निशाना बनाया गया है. ये हमला यमन में स्थानीय समयानुसार गुरुवार (17 अक्टूबर) सुबह तड़के किया गया है. एयर फोर्स ने हमले में बी-2 स्पिरिट बॉम्बर का इस्तेमाल किया है, जो पहली बार यमन में तैनात किया गया है. बी-2 स्पिरिट अमेरिका का सबसे खतरनाक स्टील्थ बॉम्बर माना जाता है. उसने हूती चरमपंथियों के बमों के जखीरे और सैन्य हथियारों को निशाना बनाया, जिसका इस्तेमाल हूती द्वारा लाल सागर और अदन की खाड़ी में जहाजों पर हमलों के लिए किया जाता था.
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक यह हमला अमेरिकी सेंट्रल कमांड द्वारा अकेले किया गया, जबकि पहले यमन में अमेरिकी अभियानों में ब्रिटेन भी शामिल रहता था. यह हमला ऐसे समय में आया है, जब इलाके में तनाव बढ़ा हुआ है, जहां इजरायल और ईरान के बीच लड़ाई छिड़ी हुई है. इस दौरान इजरायल लगातार लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर रहा है.
वहीं गुरुवार को अमेरिकी वायु सेना द्वारा हूती के ठिकानो पर किए गए हमलों से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे @donco970 नाम के एक्स पेज से पोस्ट किया गया है.
US Central Command Conducts Multiple Strikes on “Underground #Houthi Weapons Facilities” Using B-2 Bombers
— donco (@donco970) October 17, 2024
US Air Force B-2 bombers conducted “precision strikes” against five underground weapons storage locations in Houthi-controlled areas of #Yemen pic.twitter.com/SoebyuItHM
बी-2 स्पिरिट बॉम्बर की खासियत
बी-2 स्पिरिट बॉम्बर की खासियत इसकी स्टेल्थ तकनीक और भारी मात्रा में बम गिराने की क्षमता है. यह बॉम्बर परमाणु और पारंपरिक दोनों तरह के हथियारों को ले जा सकता है. ये एक बार में 9600 किलोमीटर तक का सफर पूरा कर सकता है. इस वजह से ये दुनिया में कहीं भी पहुंच सकता है. बी-2 स्पिरिट बॉम्बर में कुल चार इंजन होते हैं, जो 18,000 किलोग्राम तक पेलोड ले जाने की क्षमता रखता है. इसको दो पायलट मिलकर उड़ाते हैं.
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