US-UK Attack in Yemen: मिडिल ईस्ट में फिर बम बरसा रहे अमेरिका-ब्रिटेन, यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर किए हवाई हमले, कई लड़ाकों की मौत
US, UK Wage Retaliatory: अमेरिका और ब्रिटेन ने शनिवार को यमन स्थित 30 हूती ठिकानों पर हमला किया. जिसमें कई लड़ाकों के मारे जाने की बात सामने आई है.
US-UK Attack: अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि अमेरिका और ब्रिटेन ने शनिवार (3 फरवरी 2024) को यमन स्थित 30 हूती ठिकानों पर हमला किया है. हमले का उद्देश्य ईरान समर्थित हूती समूहों के मनोबल को तोड़ना था. आक्रमण की शुरुआत जहाजों और लड़ाकू विमानों के जरिए हुई. ये हमले शुक्रवार (2 फरवरी 2024) को इराक और सीरिया में हुए हवाई हमले के बाद हुए हैं, जिसमें ईरानी समर्थित मिलिशिया और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड को निशाना बनाया गया था.
इस घटना से पहले पिछले सप्ताह जॉर्डन में अमेरिकी सैन्य बल पर हमला हुआ था, जिसमें 3 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी. इसी हमले से अमेरिका बौखलाया हुआ है और लगातार हूती समूहों को अपना निशाना बना रहा है.
अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि उनके लक्ष्य 10 अलग-अलग स्थानों पर थे. उनपर यूएसएस ड्वाइट डी. आइजनहावर विमानवाहक पोत के यू.एस. एफ/ए-18 लड़ाकू विमानों और लाल सागर में स्थित टॉमहॉक मिसाइलें दागने वाली अमेरिकी युद्धपोतों से हमला किया गया है. नाम न छपने की शर्त पर अधिकारियों ने यह जानकारी साझा की है.
हरकत अल नुजाबा के प्रवक्ता ने हमले की निंदा की
इराक स्थित ईरानी समर्थित मिलिशिया में से एक हरकत अल नुजाबा के प्रवक्ता हुसैन अल मोसावी ने एसोसिएटेड प्रेस के साथ एक इंटरव्यू में अमेरिकी हमलों की निंदा की है. उनका कहना है वाशिंगटन को यह बात समझनी चाहिए कि हर एक्शन का रिएक्शन होता है. हालांकि, बाद में उन्होंने सौहार्दपूर्ण तरीके से कहा कि वह क्षेत्रीय तनाव को और अधिक बढ़ाना नहीं चाहते हैं.
हमले में कई लोगों के मरने की आशंका
मोसावी का कहना कि हमले के दौरान टारगेट किया गया स्थान लड़ाकों और सैन्य कर्मियों से भरे थे. वहीं इस हमले पर सीरियाई मीडिया की तरफ से बताया गया है कि इस अटैक में कई लोगों की जान गई है, लेकिन उन्होंने कितने लोगों की जान गई है उसकी संख्या नहीं बताई है. ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रामी अब्दुर्रहमान का कहना है कि इस हमले में करीब 23 लोग मारे गए है. मारे गए सभी लड़ाके सामान्य थे.