Human Rights Abuse: अमेरिका ने चीन के दो अधिकारियों पर लगाई रोक, तिब्बत में मानवाधिकार के उल्लंघन का आरोप
Human Rights Abuse: अमेरिका की कार्रवाई का उद्देश्य मनमानी हिरासत और शारीरिक शोषण को रोकना है. जो बाइडेन और शी जिनपिंग की मुलाकात के एक महीने बाद प्रतिबंध लगाए गए हैं.
US Sanctions 2 Chinese Officials: अमेरिका ने शुक्रवार को तिब्बत ऑटोनॉमस रीजन (टीएआर) में मानवाधिकारों का उल्लंघन करने के लिए दो चीनी अधिकारियों पर रोक प्रतिबंध लगाया है. चीनी अधिकारी वू यिंगजी (Wu Yingjie) और झांग होंगबो (Zhang Hongbo) को ऑफिस ऑफ फॉरेन एसेट कंट्रोल (ओएफएसी) के अधिकारों का उल्लंघन करने वाले लोगों में शामिल किया गया है. अमेरिका डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी (United States Department of the Treasury) ने भ्रष्टाचार और मानवाधिकारों के दुरुपयोग से जुड़े नौ देशों में 40 से अधिक लोगों पर रोक लगाई है. अमेरिका के प्रतिबंधों के तहत दोनों चीनी अधिकारियों के लिए किसी भी अमेरिकी संपत्ति के लेनदेन पर रोक होगी.
कैदियों की हत्या जैसे अपराधों में हैं शामिल
दोनों चीनी अधिकारियों पर कैदियों की हत्या, शारीरिक शोषण, मनमानी गिरफ्तारी जैसे अपराधों में शामिल होने का आरोप है. वू यिंगजी 2016 से 2021 तक तिब्बत में प्रमुख चीनी अधिकारी थे. वहीं झांग होंगबो ने तिब्बत के पुलिस प्रमुख के रूप में टीएआर में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) की नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए काम किया. अपने काम के दौरान वह मानवाधिकारों के दुरुपयोग में शामिल थे, जिसमें शारीरिक शोषण जैसे अपराध हैं. बता दें तिब्बत पब्लिक सिक्योरिटी ब्यूरो (टीपीएसबी) ने झांग होंगबो को 2018 से नवंबर 2022 तक इसके निदेशक के रूप में नियुक्त किया था.
पिछले महीने जो बाइडेन और शी जिनपिंग ने की थी मुलाकात
अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन और शी जिनपिंग की पिछले महीने बाली में मुलाकात हुई थी. दोनों नेताओं ने अमेरिका और चीन के बीच तनाव को कम करने की बात कही. हालांकि इसके बावजूद अमेरिकी की तरफ से चीन के अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने एक बयान में कहा, "हमारी कार्रवाइयों का उद्देश्य तिब्बती ऑटोनॉमस रीजन में धार्मिक सदस्यों के पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (People's Republic of China) की मनमानी और शारीरिक शोषण जैसे मामलों को रोकना है."