India-US Relation: भारत और रूस के बीच दोस्ती क्यों है मजबूत? अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने दिया ये जवाब
Blinken On India-Russia Relation: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि भारत और रूस की दोस्ती जरूरत से उभरी पसंद की वजह से उस समय हुई जब अमेरिका भारत के साथ साझेदार बनने की स्थिति में नहीं था
Antony Blinken On India-Russia Relation: रूस और यूक्रेन के बीच लगातार जंग जारी है. अमेरिका समेत कई दूसरे देश जहां इस युद्ध को लेकर रूस की कड़ी आलोचना कर रहे हैं. साथ ही अब तक कई प्रतिबंध भी बाइडेन प्रशासन की ओर से लगाए जा चुके हैं. वहीं भारत यूक्रेन पर हमले की सीधे तौर से आलोचना करने से बचता रहा है और लगातार रूस से व्यापार कर रहा है. इस बीच अमेरिकी सीनेट की एक उप समिति में रूस के प्रति भारत के रूख को लेकर फिर से सवाल खड़े किए गए हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने भारत-रूस के बीच मित्रता को लेकर खास वजह बताई है. ब्लिंकन का कहना है कि भारत ने रूस के साथ संबंध विकसित किए क्योंकि अमेरिका पहले ऐसा नहीं कर सका.
भारत-रूस की दोस्ती जरूरत से उभरी पसंद की वजह से है- ब्लिंकन
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने विदेश मामलों को लेकर अमेरिकी सीनेट की विनियोग उपसमिति की सुनवाई के दौरान इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि भारत और रूस की दोस्ती जरूरत से उभरी पसंद की वजह से उस समय हुई है जब अमेरिका भारत के साथ साझेदार बनने की स्थिति में नहीं था. हालांकि एंटनी ब्लिंकन ने आगे यह भी कहा कि अमेरिका अब भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है. अब दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी बढ़ रही है. भारत के मामले में एक रिश्ता है जो दशकों पुराना है.
'भारत के साथ रिश्ते को मजबूत करने की दिशा में काम जारी'
ब्लिंकन ने सीनेट विनियोग उपसमिति में फॉरेन ऑपरेशंस को लेकर कांग्रेस की सुनवाई के दौरान सीनेटर विलियम हैगर्टी के एक सवाल के जवाब में कहा कि हम उस प्रयास में निवेश कर रहे हैं और मुझे लगता है कि अमेरिका और भारत के बीच रणनीतिक तालमेल बढ़ रहा है और निश्चित तौर से चीन इसका बड़ा हिस्सा है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के नेतृत्व के साथ सीधे जुड़ने में काफी समय बिताया है. उन्होंने कहा कि हमने क्वाड (QUAD) को सक्रिय किया है जो भारत को ऑस्ट्रेलिया और जापान और हमारे साथ लाता है. यह भारत के साथ अलग-अलग मोर्चों पर हमारे सहयोग को मजबूत करने के लिए एक बहुत ही अहम टूल है.
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