(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
US Army Helicopter Crash: अमेरिका के दो 'ब्लैक हॉक' हेलीकॉप्टर हुए हादसे का शिकार! क्रैश में 9 जवानों ने गंवाई जान
US Army Blackhawk Helicopters Crash: दुर्गम स्थानों में भी सफलतापूर्वक मिशन को अंजाम देने वाले अमेरिकी सेना के भरोसेमंद HH-60 ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं.
Blackhawk helicopters Crash: दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका (USA) के दो अत्याधुनिक लड़ाकू हेलीकॉप्टर ब्लैक हॉक (Blackhawk Helicopter) दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं. ये हेलीकॉप्टर केंटकी में उड़ रहे थे, इस दौरान टकराव के चलते उनमें आग लग गई. इस दुर्घटना में 9 सैनिकों की जान चली गई है. यूएस के लोकल मीडिया ने यह जानकारी दी.
यूएस की सेना के ब्लैक हॉक फ्रंट लाइन यूटिलिटी हेलीकॉप्टर हैं. इन्हें अमेरिका ने वियतनाम युद्ध के दौरान मिले सबक के बाद तैयार किया. दुनियाभर में अमेरिका के कई मित्र देशों की स्पेशल फोर्सेस इस तरह के हेलीकॉप्टर इस्तेमाल करती हैं. ये हेलीकॉप्टर खास मिशन को अंजाम देने में कारगर माने गए हैं, क्योंकि इनकी स्पीड तेज होती है और इनमें तकनीक चीजें भी अधिक होती हैं.
प्रशिक्षण मिशन के दौरान हुए हादसे का शिकार
समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक,अमेरिकी सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि केंटकी के ऊपर एक नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान दो अमेरिकी सेना ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टरों के दुर्घटनाग्रस्त होने से 9 सैनिकों की मौत हो गई. फोर्ट कैंपबेल के सार्वजनिक मामलों के ऑफिस ने कहा कि चालक दल के सदस्य 101 वें एयरबोर्न डिवीजन के ऑपरेटेड दो एचएच -60 ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर उड़ा रहे थे. ये बुधवार देर रात केंटकी के ट्रिग काउंटी में विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
बिना रुके सैकड़ों किमी तक उड़ सकते हैं ये हेलीकॉप्टर
ब्लैक हॉक की रेंज 1,381 मील तक है. एक बार फ्यूल लोड करने पर ये सैकड़ों किमी तक उड़ सकते हैं. इनकी लिफ्ट कैपेसिटी भी अच्छी बताई जाती है. अमेरिकी सेना का दावा है कि अपने बाहरी कार्गो हुक के साथ, ब्लैक हॉक 8,000 पाउंड वजन वाली वस्तुओं को उठा सकता है.
इस हेलीकॉप्टर पर कई ऐसी गन भी फिट होती हैं, जिनसे कई किलोमीटर तक का टारगेट भेदा जा सकता है. इन हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल रात के समय भी आसानी से किया जा सकता है.
लादेन को मारने इसी हेलीकॉप्टर से आए थे अमेरिकी
अमेरिका ने ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए भी किया था. 2 मई 2011 की रात को अमेरिका के कई अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर्स ने अफगानिस्तान से उड़ान भरी थी, और उन्होंने पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन की आलीशान हवेली को घेर लिया था. ओसामा 10 साल तक अमेरिका को चकमा देता-फिरा, लेकिन 2 मई 2011 की रात को बच नहीं पाया. अमेरिकी फौजियों ने अपने हेलीकॉप्टर से गोलियां बरसाई थीं. एक हेलीकॉप्टर तब भी दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. जिसका मलबा पाकिस्तानी सेना ने कब्जे में ले लिया था.
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