India US Relations: अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री और दक्षिण-मध्य एशियाई मामलों के प्रभारी डोनाल्ड लू (Donald Lu) कल भारत (India) की चार दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं. वह भारत में पांच से आठ सितंबर तक एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल (US Delegation) का नेतृत्व करेंगे. उनके दल में पूर्वी एशियाई और प्रशांत मामलों की उप सहायक विदेश मंत्री केमिली डावसन (Camille Dawson) भी होंगी. अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, डोनाल्ड लू, केमिली डावस और अमेरिका रक्षा मंत्रालय में उनके सहयोगी एलाय रेटनर (Ely Ratner)  भारत-प्रशांत सुरक्षा मामलों की टू प्लस टू क्वाड बैठक में शामिल होंगे. 


डोनाल्ड लू वही अमेरिकी राजनयिक है जिनके नाम का हवाला देते हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने उन्हें सत्ता से बाहर करने की साजिश के आरोप लगाए थे. पाकिस्तान के अखबार डॉन ने इमरान खान के हवाले लिखा था कि अमेरिका में पाक राजदूत असद मसीद के जरिये डोनाल्ड लू ने धमकी भरी चिट्ठी भेजी थी, जिसमें कहा गया था कि अगर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अविश्वास प्रस्ताव से बच गए तो इसके गंभीर प्रभाव होंगे. 


डोनाल्ड लू को भारत में काम करने का लंबा अनुभव


डोनाल्ड लू को भारत में काम करने का लंबा अनुभव है. वह साल 2010 से 2013 तक भारत में अमेरिकी मिशन के डिप्टी चीफ के तौर पर सेवाएं देते रहे हैं. लू अंग्रेजी के अलावा, हिंदी-उर्दू और कई अन्य भाषाओं पर अच्छी पकड़ रखते हैं. 


अमेरिकी डेलिगेशन और भारतीय अधिकारियों के बीच बैठक में इस बात पर चर्चा होगी कि कैसे अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करने के लिए स्वतंत्र और समृद्ध सहयोग का विस्तार कर सकते हैं. लू भारतीय महिला उद्यमियों के एक कार्यक्रम में शिरकत कर सकते हैं. व्यावसायिक अधिकारियो के संग गोलमेज चर्चा में भी लू शामिल हो सकते हैं. भारत और अमेरिका के विदेश और रक्षा मंत्रियों ने हाल में टू प्लस टू बैठक की थी. भारत और अमेरिका के बीच कोरोना महामारी, आर्थिक सुधार, जलवायु संकट, टेक्नोलॉजी, आपूर्ति, शिक्षा, प्रवासी, रक्षा और सुरक्षा समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी.


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