ट्रूडो को लगेगी मिर्ची! पन्नू केस में भारत की जांच पर अमेरिका ने जो कहा, वो कनाडा को टेंशन देने वाला
Gurpatwant Singh Pannun: भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर कहा कि भारत ऐसे इनपुट को गंभीरता से लेता है क्योंकि वे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को भी प्रभावित करते हैं. संबंधित विभाग इसकी जांच कर रहा है.
Gurpatwant Singh Pannun Assassination Plot: खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की कथित हत्या की साजिश के संबंध में चल रही जांच में अमेरिका ने भारत पर भरोसा जताया है. अमेरिका ने मंगलवार (22 अक्टूबर 2024) को कहा कि पिछले सप्ताह भारत की जांच समिति के साथ हमारी अहम बातचीत हुई थी. इस दौरान पन्नू मामले में अपनी-अपनी जांच को आगे बढ़ाने के लिए सरकारों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान भी किया गया था.
अमेरिकी प्रधान उप-प्रवक्ता वेदांत पटेल ने मंगलवार (स्थानीय समय) को एक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका समझता है कि भारतीय जांच समिति अपनी जांच जारी रखेगी और पिछले सप्ताह दोनों देशों के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के आधार पर आगे भी ठोस और बेहतर कदम देखने की उम्मीद है.
जांच के बाद जवाबदेही की करते हैं उम्मीद- अमेरिका
पन्नू की हत्या की कथित नाकाम साजिश पर भारत को अमेरिकी सरकार के संदेश के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने कहा, "इसलिए एक कदम पीछे हटकर, पिछले सप्ताह भारत की जांच समिति के साथ हमारी अहम बातचीत हुई थी और दोनों सरकारों के बीच अपनी-अपनी जांच को आगे बढ़ाने के लिए सूचनाओं का आदान-प्रदान किया गया था. हम उस जांच के परिणामों के आधार पर जवाबदेही की उम्मीद करते हैं और देखना चाहते हैं, और निश्चित रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका तब तक पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होगा जब तक कि उस जांच से सार्थक जवाबदेही न निकले. इसके अलावा, मैं इस पर और अधिक विस्तार से बात नहीं करने जा रहा हूं, क्योंकि यह एक ऐसा मुद्दा है जो सक्रिय है और दोनों देशों में इसकी जांच चल रही है."
हाल ही में भारतीय जांच समिति ने किया अमेरिका का दौरा
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि भारतीय जांच समिति ने इस मामले में एक पूर्व भारतीय सरकारी अधिकारी की संलिप्तता की जांच करने के लिए अमेरिका का दौरा किया है. पन्नु एक भारत-घोषित आतंकवादी है, जिसके पास अमेरिकी और कनाडाई नागरिकता है. इससे पहले नवंबर में, अमेरिकी न्याय विभाग ने पन्नु की हत्या की नाकाम साजिश में कथित संलिप्तता के लिए एक भारतीय नागरिक के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. भारत ने नवंबर 2023 में अमेरिकी सरकार की ओर से उजागर की गई सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया था.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा- गंभीरता से लेते हैं ऐसे मामले
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ऐसे इनपुट को गंभीरता से लेता है क्योंकि वे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को भी प्रभावित करते हैं और संबंधित विभाग पहले से ही इस मुद्दे की जांच कर रहे हैं. बता दें कि भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है. जून 2024 में उसे गिरफ्तार किया गया था. 17 अक्टूबर को अमेरिकी न्याय विभाग ने एक बड़ा खुलासा करते हुए अपनी चार्जशीट में बताया था कि पन्नू की हत्या की साजिश एक पूर्व भारतीय सरकारी खुफिया अधिकारी विकास यादव ने रची थी.
भारत ने बताया- विकास यादव नहीं है खुफिया एजेंसी का अधिकारी
इसके बाद विदेश मंत्रालय (एमईए) ने साफ किया कि जिस विकास यादव का नाम लिया गया है वह अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि की.
ये भी पढ़ें
Brics Summit: पीएम मोदी-जिनपिंग की मुलाकात आज, दोनों देशों के बीच 5 साल बाद द्विपक्षीय बैठक