US Bomb Cyclone: अमेरिका में आए भयंकर आर्कटिक बॉम्ब तूफान के कारण कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई है. इनमें से ज्यादातर मौतें बफेलो और न्यूयॉर्क में हुई हैं. इसके अलावा 4 मौतें कनाडा में हुई हैं. अमेरिका के मोंटाना राज्य में तापमान -45 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है. भीषण सर्दी की वजह से यहां हवाई यात्राएं ठप्प हैं और लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं. 


अमेरिका की 60 फीसदी आबादी को चेतावनी 
बॉम्ब साइक्लोन तूफान का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. जो कनाडा के पास ग्रेट लेक्स से मैक्सिको की सीमा के साथ रियो ग्रांडे तक फैला हुआ है. अमेरिका के राष्ट्रीय मौसम सेवा विभाग ने कहा कि अमेरिका की लगभग 60 प्रतिशत आबादी को भीषण सर्दियों को लेकर चेतावनी जारी की गई है. वहीं, रॉकी माउंटेन रेंज के पूर्व से एपलाचियन तक तापमान सामान्य से बहुत नीचे गिर गया है. FlightAware के अनुसार, अमेरिका में रविवार को दोपहर करीब दो बजे तक करीब 1,707 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गईं. 


बफेलो की मूल निवासी न्यूयॉर्क राज्य की गवर्नर कैथी होचुल ने कहा, यह इतिहास में बफेलो के सबसे विनाशकारी तूफान के रूप में जाना जाएगा. वर्मोंट, ओहियो, मिसौरी, विस्कॉन्सिन, कंसास और कोलोराडो में भी तूफान से मौतों की सूचना मिली है. 


दो लाख घरों की बिजली गुल
बर्फीले तूफान से अमेरिका के लाखों घरों में बिजली की सप्लाई बंद हो गई है. लोग बिना बिजली के रहने के लिए मजबूर हैं. रविवार दोपहर तक अमेरिका में लगभग दो लाख लोगों को बगैर बिजली के गुजारना पड़ा. वहीं, चार मौतें कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के पश्चिमी प्रांत मेरिट शहर के पास बर्फीली सड़क पर एक बस के पलट जाने से हुईं. 


बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार कनाडा में ओंटारियो और क्यूबेक प्रांत बिजली कटौती से सबसे अधिक प्रभावित हैं. क्यूबेक में लगभग 120,000 लोग रविवार तक बिजली के बिना थे. अधिकारियों ने कहा कि कुछ घरों को बिजली सप्लाई में कई दिन लग सकते हैं. इस बीच हजारों उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और 55 मिलियन से अधिक अमेरिकी अभी भी विंड चिल अलर्ट के अधीन हैं.