हूती विद्रोहियों पर अमेरिका-UK की सेना ने मिलकर बरपाया कहर, कई ठिकानों पर हवाई हमले कर मचाई तबाही
Houthi Rebels in Red Sea : हूती विद्रोहियों ने पिछले कुछ महीनों में कई अंतरराष्ट्रीय शिपिंग जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए हैं. इसका जवाब देने के लिए यूएस और यूके की सेना ने हमला किया है.
US-UK Army attack on Houthi Rebels : हूती समर्थित अल मरीरा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी और ब्रिटिश सेना ने यमन के हुदैदाह में हूती विद्रोहियों पर तीन हवाई हमले किए हैं. अमेरिकी और ब्रिटिश सेना के इस हमलों को हूती विद्रोहियों की ओर से जहाजों पर किए गए हमले का जवाब कहा जा रहा है. हूती विद्रोहियों ने हाल के महीनों में लाल सागर में कई देशों के जहाजों पर हमले किए थे. जिससे अंतरराष्ट्रीय जहाजों के लिए खतरा बन गया था. हालांकि, यमन में हूती विद्रोहियों पर किए गए तीन हवाई हमलों पर अमेरिका और ब्रिटिश की ओर से कोई तत्काल प्रतिक्रिया नहीं दी है.
यूएस और यूके की सेनाओं ने कहां किए हमले?
अल मसीरा टीवी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि सोमवार को यमन के अमरान और सादा गवर्नरेट में और रविवार को साना और अन्य गवर्नरेट में अमेरिकी और ब्रिटिश सेनाओं ने हमला किया है.
हूती विद्रोहियों पर क्या है आरोप?
यमन के उत्तरी हिस्से पर नियंत्रण रखने वाले हूती विद्रोही समूह पर लाल सागर से होकर आने वाले अंतरराष्ट्रीय शिपिंग मार्गों पर जहाजों को निशाना बनाने का आरोप है. कुछ महीने पहले हूती विद्रोहियों ने कई अंतरराष्ट्रीय शिपिंग जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए थे. जिसका जवाब अब संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों की सेनाओं ने दिया है.
कौन हैं ये हूती विद्रोही और क्या है इनका उद्देश्य?
हूती विद्रोही यमन के शिया मुस्लिम समूह के सदस्य हैं, जो अंसाल अल्लाह के नाम से भी जाने जाते हैं. हूतियों का ये समूह 1990 की दशक में यमन के उत्तरी हिस्से से शुरू हुआ था. हूती विद्रोहियों का कहना है कि उनका उद्देश्य यमन में शिया मुस्लिमों की अधिकारों की रक्षा करना है. हालांकि पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय शिपिंग जहाजों पर हमले संघर्ष को बढ़ा रहे हैं.