US: कैलिफोर्निया असेंबली में 1984 सिख विरोधी हिंसा को 'नरसंहार' के रूप में मान्यता देने वाला प्रस्ताव पारित
US California Congress: अमेरिका (America) के कैलिफोर्निया (California) स्टेट विधानसभा में 1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया है.
US Congress Over Sikh Riots: अमेरिका (America) के कैलिफोर्निया (California) स्टेट के विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया है. इस प्रस्ताव में अमेरिकी कांग्रेस से औपचारिक रूप से भारत में 1984 के सिख विरोधी दंगों को नरसंहार के रूप में मान्यता देने का अनुरोध किया गया है. इस प्रस्ताव के माध्यम से अमेरिकी कांग्रेस से हिंसा की निंदा करने का भी अनुरोध किया.
अमेरिका कैलिफोर्निया विधानसभा के तरफ से सोमवार (10 अप्रैल) को पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि अमेरिका में सिख समुदाय अभी तक दंगों के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक आघात से उबर नहीं पाया है. अमेरिकी कांग्रेस से नवंबर 1984 की सिख विरोधी हिंसा को औपचारिक रूप से पहचानने और उसकी निंदा करने का अनुरोध किया है. उन्होंने बताया कि ये एक नरसंहार है.
अमेरिका के न्यूजर्सी की सीनेट ने भी 1984 के सिख विरोधी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 6 जनवरी को अमेरिका के न्यूजर्सी की सीनेट ने भी 1984 के सिख विरोधी दंगों से जुड़ा यही प्रस्ताव पारित किया था. इसे विधानसभा सदस्य जसमीत कौर बैंस ने 22 मार्च को पेश किया था.
इसे कैलिफोर्निया राज्य विधानसभा के ओर से सर्वसम्मति से पारित किया गया था. बैंस कैलिफोर्निया राज्य विधानसभा के पहले निर्वाचित सिख सदस्य हैं. इस से जुड़े प्रस्ताव को संकल्प के साथ विधानसभा सदस्य कार्लोस विलापुदुआ के ओर से मिलकर लाया गया था.
पहले भी पारित किया गया था प्रस्ताव
आपको बता दे कि हिंदू सदस्य में से सिर्फ ऐश कालरा ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. प्रस्ताव में राष्ट्रीय राजधानी में एक विधवा कॉलोनी के बारे में बात की गई और कहा गया कि इसमें अभी भी सिख महिलाओं को रखा गया है, जिनके साथ मारपीट की गई, बलात्कार किया गया है.
उन्हें प्रताड़ित किया गया और उनके परिवारों के मारा-पीटा गया. उन्हें जला कर मारने की धमकी भी दी गई थी. वो अभी भी न्याय की गुहार लगा रही हैं. अमेरिकी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष प्रितपाल सिंह ने मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा कि 2015 में कैलिफोर्निया विधानसभा ने भी सिख विरोधी हिंसा को नरसंहार करार देते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था.