वॉशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष कमांडर ने मंगलवार को चीन की व्याख्या एक अवसरवादी राष्ट्र के तौर पर करते हुए सांसदों को बताया कि वह ऐसी जगहों पर अपनी पैठ बनाने की कोशिश करने वाला है जहां अमेरिका और अन्य की मौजूदगी सीमित हो. अमेरिकी केंद्रीय कमान के कमांडर जनरल जोसेफ वोटल ने संसदीय सुनवाई के दौरान सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति को बताया, “मेरा मानना है कि चीन एक अवसरवादी राष्ट्र है और वह ऐसी जगहों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराना चाहेगा जहां हमारा या अन्य देशों का प्रभाव कम हो रहा है.”
पार्टी की विचारधारा से ऊपर उठते हुए शक्तिशाली समिति के सदस्यों ने क्षेत्र के तहत आने वाले देशों में चीन की बढ़ती मौजूदगी पर चिंता जाहिर की और उन्होंने पाकिस्तान का विशेष तौर पर उल्लेख किया जिसके बारे में उन्होंने कहा कि वह चीनी कर्ज जाल में फंस रहा है. वोटल ने कहा कि अमेरिका और उसके कई साझेदार लंबे समय से समुद्री सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं.
उन्होंने कहा, “सही मायने में, मेरे हिसाब से चीन को इसमें मुफ्त का लाभ मिलता रहा है और वह उसका फायदा उठा रहा है. और अब हम उन्हें यहां मुख्य रूप से अपने लिए, नाकि व्यापक क्षेत्रीय सुरक्षा के मकसद से, यहां अवसंरचना विकसित करते हुए देख रहे हैं. इसे लेकर मैं चिंतित हूं.” वोटल ने गौर किया कि जब हम चीन की तरफ देखते हैं तो समझ आता है कि उनका हर काम उनके आर्थिक लाभ से प्रेरित होता है. इतना ही नहीं उनका ‘वन बेल्ट वन रोड’ भी व्यापार मार्गों को उन तक पहुंचा रहा है.
वोटल ने कहा कि अमेरिका और उसके कई साझेदार लंबे समय से समुद्री सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं. उन्होंने कहा, “सही मायने में, मेरे हिसाब से चीन को इसमें मुफ्त का लाभ मिलता रहा है और वह उसका फायदा उठा रहा है. और अब हम उन्हें यहां मुख्य रूप से अपने लिए, नाकि व्यापक क्षेत्रीय सुरक्षा के मकसद से, यहां अवसंरचना विकसित करते हुए देख रहे हैं. इसे लेकर मैं चिंतित हूं.”
वोटल ने गौर किया कि जब हम चीन की तरफ देखते हैं तो समझ आता है कि उनका हर काम उनके आर्थिक लाभ से प्रेरित होता है. इतना ही नहीं उनका ‘वन बेल्ट वन रोड’ भी व्यापार मार्गों को उन तक पहुंचा रहा है.
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