America-China Relations: ताइवान (Taiwan) पर चीन (China) के दावों को लेकर अमेरिका (America) के साथ उसकी तनातनी बढ़ती जा रही है. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) गुरुवार 28 जुलाई को बातचीत करेंगे. एक अमेरिकी अधिकारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि ताइवान पर चीन के दावों के बाद अमेरिका और चीन के बीच चार महीने बाद बातचीत होगी.


कांग्रेस के उच्च डेमोक्रेट और राष्ट्रपति पद के उत्तराधिकारी के रूप में दूसरे स्थान पर रहने वाली हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी (House Speaker Nancy Pelosi) द्वारा ताइवान की यात्रा की संभावना ने अमेरिका और चीन के बीच मुश्किल रिश्तों में नए सिरे से तनाव पैदा कर दिया है. 


इन मुद्दों पर हो सकती है बातचीत


अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच गुरुवार को होने वाली वार्ता बहुत अहम मानी जा रही है. दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम, रूस-यूक्रेन युद्ध, अमेरिका और चीन के बीच मतभेद, ईरान परमाणु समझौते समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत हो सकती है. 


अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी द्वारा ताइवन का दौरा करने की संभावना पर बीजिंग ने एतराज जताया है. चीन ने चेतावनी दी है कि अगर पेलोसी ताइवान का दौरा करती हैं तो उनके खिलाफ उचित कदम उठाएगा.


जो बाइडेन ने पेलोसी की यात्रा को बताया गैर-जरूरी


हांलाकि, पेलोसी ने अभी तक अपने ताइवान दौरे की योजना को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है. वहीं, दूसरी तरफ पेलोसी के ताइवान यात्रा को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि अमेरिकी सेना को भी लगता है कि इस समय पेलोसी का ताइवान का दौरा करना ठीक विचार नहीं है.  


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