US China Conflicts: चीन इन दिनों कई देशों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है. अमेरिका से उसकी तल्खी किसी से छिपी नहीं है. वहीं, भारत के साथ उसका सीमा विवाद चल रहा है. ताजा घटनाक्रम में अमेरिका ने चीन के रोबोडॉग पर चिंता व्यक्त की है. वो इस बात का आकलन करने में लग गया कि कुत्ते जैसे दिखने वाले ये रोबोट कितने खतरनाक हो सकते हैं और युद्ध के मैदान पर किस तरह का प्रभाव डाल सकते हैं. इसी के साथ ये आकलन भारत के लिए दिलचस्प हो सकता है क्योंकि चीन इन रोबोडॉग्स को एलएसी पर तैनात कर सकता है.
यूरेशिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने हाल ही में संपन्न हुए चीन-कंबोडिया युद्धाभ्यास में अपने मशीनगन धारी रोबोडॉग का प्रदर्शन किया था, जिसके बाद से अमेरिकी कांग्रेस में चिंता पैदा हो गई. हाल ही में वार्षिक रक्षा प्राधिकरण विधेयक पर बहस के दौरान सदन के सांसदों ने भविष्य के संभावित खतरों में चीन के इन रोबोडॉग्स का जिक्र किया और इसके आकलन की जरूरत पर जोर दिया.
मई में हुआ था चीन और कंबोडिया के बीच युद्धाभ्यास
इस संशोधन को सदन ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया लेकिन इसे कानून बनने से पहले आने वाले महीनों में व्यापक रक्षा उपाय पर सीनेटरों के साथ बातचीत से गुजरना होगा. उम्मीद है कि सीनेट अगले कुछ हफ्तों में सदन में बहस करेगी और कानून के अपने मसौदे में संभावित संशोधन करेगी.
चीन और कंबोडिया के बीच विशाल सैन्य अभ्यास मई के महीने में हुआ था. जिसमें लगभग 2,000 सैनिक शामिल हुए. “गोल्डन ड्रैगन” अभ्यास में 14 युद्धपोत, हेलीकॉप्टर और लगभग सत्तर बख्तरबंद वाहन और टैंक शामिल थे. 15 दिनों तक चले इस अभ्यास में लाइव फायर, आतंकवाद विरोधी प्रशिक्षण और मानवीय और बचाव अभ्यास शामिल थे लेकिन रोबोडॉग्स इस शो के स्टार थे.
क्या खासियत है इन रोबोडॉग्स की?
सशस्त्र रोबोडॉग रिमोट से कंट्रोल होने वाले ड्रोन सैनिकों से लैस थे, जिनके पीछे मशीन गन लगी हुई थी. हालांकि इन रोबोडॉग की लाइव-फायर प्रदर्शन की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन शीर्ष कंबोडियाई अधिकारियों को इसकी गतिशीलता का पता जरूर चल गया है. एक वीडियो में रोबोट एक ऑटोमेटिक राइफल लेकर और फायर करता हुआ दिखाई दिया. चीन ने रोबोट कुत्तों की एक जोड़ी दिखाई है, एक मशीन गन लेकर और दूसरा एआई से कंट्रोल हो रहा.
ये भी पढ़ें: Long March 2-C: अचानक आसमान से रिहायशी इलाके में गिरा सैटेलाइट को लेकर जा रहा रॉकेट और फिर...