China Spying US Satellites: अमेरिकी-महाद्वीप की ओर बड़े-बड़े गुब्‍बारे भेजकर अमेरिका की 'जासूसी' के आरोपों का सामना कर रहे चीन पर अब अंतरिक्ष में भी यूएस सैटेलाइट्स की जासूसी के आरोप लगे हैं. एक अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के स्‍पेस-एयरक्राफ्ट पृथ्वी की जियोस्टेशनरी ऑर्बिट में घूम रहे यूएस मिलिट्री सैटेलाइट्स की निगरानी कर रहे हैं. इस खुलासे के बाद दोनों देशों में तनाव फिर से बढ़ने की आशंका है.


बता दें कि अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों के बीच अंतरिक्ष में अपना दबदबा कायम करने की लंबे समय से होड़ मची है. एक के बाद एक स्‍पेस मिशन की लॉन्चिंग से यह बात साफ जाहिर होती है कि अमेरिका और चीन अंतरिक्ष में एक-दूसरे को मात देना चाहते हैं. ऐसे समय में यह पता चलना कि चाइनीज स्‍पेस-एयरक्राफ्ट Tongxin Jishu Shiyan Weixing और TJS-3 अमेरिकी सैटेलाइट्स पर बुरी नजर बनाए हुए हैं तो दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष युद्ध (Space War) छिड़ना तय है.


दो महाशक्तियों के अंतरिक्ष में चल रहे दांव-पेंच 
अमेरिकी एक्‍सपर्ट्स ने जिन चाइनीज स्‍पेस-एयरक्राफ्ट के बारे में अपने मिलिट्री सैटेलाइट्स की जासूसी होने का दावा किया है, उन्हें चीन ने एक एक्सपेरिमेंटल कम्युनिकेशन सैटेलाइट बताया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तरह के सिस्‍टम को 2018 के अंत में जियोस्टेशनरी ऑर्बिट में लॉन्च किया गया था. जब वह स्‍पेस में चला गया था तो वहां उससे एक दूसरा सब-सैटेलाइट निकला था. एक्‍सपर्ट्स का कहना है कि वो सब-सैटेलाइट TJS-3 की क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करने के लिए भेजा गया था.


ऑर्बिटल फोकस के ट्वीट में किया गया ये खुलासा
यूएस ऑर्बिटल डेटा के मुताबिक, चीन का TJS-3 हाल में ही अमेरिकी सैटेलाइट्स के करीब पहुंचा था. ऑर्बिटल फोकस (Orbitalfocus.uk) के एक ट्विटर अकाउंट ने दोनों के परिक्रमा पथ को दिखाते हुए बताया कि यह चाइनीज स्‍पेस-एयरक्राफ्ट जियोस्टेशनरी बेल्ट में चक्कर काट रहा है. हालांकि, चीन पर संदेह तब हुआ, जब हाल में ही चाइनीज स्‍पेस-एयरक्राफ्ट अमेरिकी सैटेलाइट्स- USA 233 और USA 298 पर करीब से नजर डालने के लिए रुक गया था.


35,786 किलोमीटर की ऊंचाई पर की निगहबानी 
यहां पर, एक खास बात यह रही कि चाइनीज स्‍पेस-एयरक्राफ्ट ने जिन अमेरिकी सैटेलाइट्स की निगरानी की वे अमेरिकी स्पेस फोर्स के मिलिट्री कम्युनिकेशन सैटेलाइट हैं. एक्‍सपर्ट्स कहते हैं कि जियोस्टेशनरी ऑर्बिट सैटेलाइट पृथ्वी से 22,236 मील (35,786 किलोमीटर) ऊपर काम करते हैं. वहां उनकी स्पीड पृथ्वी के अपनी धुरी पर घूमने की स्पीड से मेल खाती है. ऐसे में उन्हें पृथ्वी की सतह पर किसी खास प्वाइंट पर स्थिर होकर नजर रखने का मौका मिल जाता है.


सैटेलाइट्स के काफी करीब पहुंच गया था स्‍पेस-एयरक्राफ्ट
दुनिया के अधिकतर देशों के कम्युनिकेशन सैटेलाइट पृथ्वी के बाहर इसी इलाके में मौजूद हैं. इसके अलावा अधिकतर मिलिट्री सैटेलाइट्स को भी इसी कक्षा में तैनात किया जाता है. स्पेस सिचुएशनल अवेयरनेस (SSA) डेटा का मिलान और विश्लेषण करने वाले एक वेब टूल सैटेलाइट डैशबोर्ड के अनुसार, इसी कक्षा में चाइनीज स्‍पेस-एयरक्राफ्ट ने यूएस के सैटेलाइट्स की निगहबानी की. वह उनके काफी करीब पहुंच गया था. 


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