Coronavirus: अमेरिका में कोरोना की आफत थम नहीं रही है. कोविड-19 से यहां हर दिन औसतन 2000 लोगों की मौतें हो रही हैं. गुरुवार को 29,430 नए केस सामने आए और 2,126 कोरोना पीड़ितों की मौत हो गई. इससे एक दिन पहले अमेरिका में 25,459 नए केस और 2,528 लोगों की मौत हो गई थी. पूरी दुनिया के करीब एक तिहाई कोरोना मरीज अमेरिका में ही हैं. यहां 13 लाख लोग कोरोना से प्रभावित हो चुके हैं. न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी, कैलिफॉर्निया में सबसे ज्यादा मामले देखने को मिल रहे हैं.


अमेरिका में अबतक 76,925 लोगों की मौत
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या शुक्रवार सुबह तक बढ़कर 12 लाख 92 हजार 522 हो गई. वहीं कुल 76,925 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि दो लाख 17 हजार लोग ठीक भी हुए हैं. अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 337,421 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 26,365 लोग मारे गए हैं. इसके बाद न्यू जर्सी में 135,106 कोरोना मरीजों में से 8,834 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.

एक साल पहले अमेरिका में श्वास तंत्र की घातक बीमारी फैली
इधर कुछ दिनों में अध्ययन से पता चला है कि अनेक देशों में पुष्ट पहला नोवेल कोरोना वायरस मामला वर्तमान समय से पहले आया था. ध्यान देने की बात है कि जुलाई 2019 में अमेरिका के वर्जिनिया राज्य में अकारण श्वास तंत्र की घातक बीमारी फैली थी. अमेरिकी मीडिया ने इस घटना की रिपोर्ट की थी. एबीसी ने जुलाई 2019 में रिपोर्ट की कि वर्जिनिया राज्य के एक रिटायर समुदाय में गंभीर श्वास तंत्र बीमारी फैली, जिससे 54 लोग संक्रमित हुए.

सीएनएन ने उस समय इस घटना की रिपोर्ट भी की थी. उसने कहा कि वर्जिनिया के ग्रीन स्परिंग रिटायर समुदाय में 54 लोग खांसी से निमोनिया तक श्वास तंत्र बीमारी से पीड़ित थे, जिनमें से दो लोगों की मौत हुई.

एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी रिटायर समुदाय की संक्रमणकारी रोग गत 30 जून को हुआ. यह समुदाय फोर्ट डेट्रिक में स्थित रहस्यमय बायो लैब से कार के जरिये सिर्फ 1 घंटे का समय लगता है. ध्यान रहे यह बायो लैब पिछले साल अचानक बंद हुआ था और इस साल फिर से संचालित हुआ है.

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