Ukraine-Russia War: रूस की न्‍यूज एजेंसी स्‍पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबकि, यूक्रेन की राजधानी कीव सक्रिय रूप से यूरेनियम खनन और संवर्धन की संभावनाओं की तलाश कर रहा है और अमेरिका संभवत: परमाणु हथियार के विकास के लिए यूक्रेन को उपयुक्त प्लूटोनियम (Plutonium) की आपूर्ति कर सकता था. उद्योग से जुड़े एक रूसी स्रोत के मुताबिक रिपोर्ट में ये बात कही गई है. 


रिपोर्ट में सूत्र की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार बताया गया है कि हाल के वर्षों में यूक्रेन ने मौजूदा यूरेनियम खदानों के क्षेत्र में गहरी परतों की तलाश को आगे बढ़ाया है. साथ ही खास तौर से निकोलेव, निप्रॉपेट्रोस और किरोवोग्राद क्षेत्रों में आशाजनक यूरेनियम जमा किया गया है. 


विदेशी कंपनियों के साथ बातचीत


सूत्र के मुताबिक, कीव प्रतिनिधियों ने यूक्रेन को अपना यूरेनियम संवर्धन उद्यम बनाने में सहायता प्रदान करने के लिए विदेशी कंपनियों के साथ बातचीत शुरू की है. यूक्रेन को संभवत: संयुक्त राज्य अमेरिका से भी प्लूटोनियम प्राप्त हुआ. खार्किव इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स एंड टेक्नोलॉजी ने परमाणु हथियार विकास की दिशा में कीव के काम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हालांकि, यूक्रेन में कई अन्य वैज्ञानिक संस्थाएं जैसे कीव में इंस्टीट्यूट फॉर न्यूक्लियर रिसर्च भी शामिल थे.


रिपोर्ट के मुताबिक, एक परमाणु विस्फोटक उपकरण के निर्माण पर काम करते हुए कीव भी सक्रिय रूप से परमाणु हथियारों के वितरण के संभावित साधनों में लगा हुआ था. स्रोत ने रूसी समाचार एजेंसी स्पुतनिक को बताया, "देश में मौजूदा आधुनिकीकरण और नए मिसाइल हथियार बनाने के लिए काम चल रहा था, जिनका उपयोग परमाणु हथियार पहुंचाने के साधन के रूप में किया जा सकता है."


सूत्र के मुताबिक, अन्य देशों के साथ संयुक्त परियोजनाओं को लागू करके कीव ने इन विकासों के लिए एक "कवर" बनाया. यूरेनियम और लेजर आइसोटोप पृथक्करण के अपकेंद्रित्र संवर्धन के लिए कीव पश्चिम से गुप्त रूप से टेक्नोलॉजी हासिल कर सकता था. पिछले महीने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में बोलते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने देश की गैर-परमाणु स्थिति को संशोधित करने की धमकी देते हुए कहा कि वह सुरक्षा आश्वासनों पर बुडापेस्ट ज्ञापन में पार्टियों को शामिल करने के लिए बातचीत शुरू करने जा रहे.


तीन परमाणु शक्तियों की ओर से हस्ताक्षर


बुडापेस्ट मेमोरेंडम ऑन सिक्योरिटी एश्योरेंस में तीन समान राजनीतिक समझौते शामिल हैं, जो 5 दिसंबर 1994 को बुडापेस्ट, हंगरी में ओएससीई सम्मेलन में हस्ताक्षर किए गए थे, ताकि इसके हस्ताक्षरकर्ताओं की ओर से बेलारूस, कजाकिस्तान और यूक्रेन के परमाणु हथियार संधि के अप्रसार के संबंध में सुरक्षा आश्वासन प्रदान किया जा सके. ज्ञापन पर मूल रूप से तीन परमाणु शक्तियों की ओर से हस्ताक्षर किए गए थे, उनमें रूस, यूके और यूएस है.


सूत्र के अनुसार, रूसी संघ के साथ संबंधों में तनाव का सामना करने के बाद यूक्रेनी नेतृत्व ने कीव और खार्कोव में वैज्ञानिक केंद्रों में संग्रहित परमाणु विकास पर सभी दस्तावेजों को नष्ट करने या उसे लवोव में नेशनल यूनिवर्सिटी में भेजने का फैसला किया है. जेपोरीजिया परमाणु ऊर्जा केंद्र (Zaporizhzhia Nuclear Power Plant) ने यूक्रेन के परमाणु कार्यक्रम पर दस्तावेज रखा था. 


परमाणु हथियार बनाने के लिए तकनीकी तैयारी


रूस के एक विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, 1994 के बाद से यूक्रेन अपने खुद के परमाणु हथियार बनाने के लिए तकनीकी आधार बनाने शुरू कर दिया था. रिपोर्ट के मुताबकि, पोरोशेंको के आदेश से 2014 में यूक्रेन में परमाणु हथियार बनाने के लिए तकनीकी तैयारी पर काम तेजी से शुरू हो गया था. 


रिपोर्ट के मुताबकि, कीव आधुनिकरण और नए मिसाइल हथियारों के निर्मण पर काम कर रहा है, जिसका उपयोग परमाणु हथियार पहुंचाने के साधन के रूप में किया जा सकता है. हालांकि, सूत्रों ने ये भी कहा है कि इन संभी संकेतों से पता चलता है कि यूक्रेन के पास परमाणु सामग्री अमेरिका की भागीदारी के बिना नहीं हो सकती. 


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