US Justice Department: अमेरिका में एक 34 वर्षीय शख्स को बाल-यौन शोषण सामग्री प्रसारित करने का दोषी पाए जाने के बाद अदालत ने उसे 188 महीने की जेल की सजा सुनाई है. उसका नाम- एंजेलो विक्टर फर्नांडिस है. यूएस जस्टिस डिपार्टमेंट ने कहा कि विक्टर एक क्रूज शिप पर काम करता था, उसी दौरान वह चाइल्ड पोर्नोग्राफी में लिप्त था.
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी एंजेलो विक्टर फर्नांडिस मूलत: भारत के गोवा का रहने वाला है. उसे अमेरिका में एक संघीय जिला अदालत ने सजा सुनाई है. उसे जेल भेज दिया गया है. बताया जा रहा है कि फर्नांडिस ने 2022 में अपने एक परिचित डेनियल स्कॉट क्रो को इंस्टेंट मैसेजिंग एप्लिकेशन के जरिए 13 चाइल्ड पोर्नोग्राफी वीडियो भेजे थे. उस पर आरोप थे कि उसने बच्चों के साथ यौन गतिविधियों में संलिप्त होने के लिए टूर पर जाने के लिए क्रो से गंदी हरकतें शेयर कीं.
नाबालिग को बनाया था हवस का शिकार
जस्टिस डिपार्टमेंट में दायर याचिका के मुताबिक, फर्नांडिस का साथी डेनियल क्रो एक 16 साल की लड़की से शिप पर मिला था, वहां उसने लड़की से रेप का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. लड़की शिप पर अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिताने आई थी. उससे मिलने के बाद डेनियल बाद में भी उसके साथ संपर्क में रहा और उसकी तस्वीरें शेयर करता था. वकील के मुताबिक, डेनियल पीड़िता की ट्रिप खत्म होने के बाद भी उससे होटल में मिला और उसके यौन शोषण का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया, जिसे वह अपने मोबाइल में ही सेव करके रखे हुए था.
अदालत में वकील की ओर से कहा गया कि 35 वर्षीय एंजेलो विक्टर फर्नांडिस ने नाबालिग बच्चों के यौन शोषण और सेक्स के लिए बच्चों को जुटाने की बातें की थीं, जिसके पर्याप्त सबूत हैं. वह बच्चों को लुभाया करता था. वहीं, उसके साथी डेनियल को पहले ही 30 साल की सजा हो चुकी है. चाइल्ड पोर्नोग्राफी के प्रोडक्शन में दोषी ठहराने के बाद दिसंबर 2022 में उसे 30 साल की कैद की सजा सुनाई गई.
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