US Iran Dispute: ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने आक्रामक रुख अख्तियार किया है. अमेरिका ने मध्य पूर्व में एक क्रूज-मिसाइल पनडुब्बी तैनात की है. ये जानकारी खुद अमेरिका ने दी है.
क्रूज-मिसाइल पनडुब्बी तैनात करने के बाद अमेरिका ने कहा कि उसने ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच अपने नौसैनिक बेड़े को बढ़ावा देते हुए मध्य पूर्व में एक क्रूज-मिसाइल पनडुब्बी तैनात की. यूएसएस फ्लोरिडा, एक परमाणु-संचालित जहाज है जो 154 टॉमहॉक लैंड-अटैक क्रूज मिसाइलों को ले जाने में सक्षम है.
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने पनडुब्बी को बहरीन में स्थित यूएस फिफ्थ फ्लीट के सपोर्ट में तैनात किया है. यह क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में मदद करेगा. इस मामले पर अमेरिकी नौसेना के बहरीन स्थित प्रवक्ता ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया.
गौरतलब है कि पिछले महीने अमेरिकी सेना ने सीरिया में ईरान समर्थित समूहों के खिलाफ हवाई हमले किए थे. इससे पहले ईरानी निर्मित ड्रोन द्वारा किए गए हमले में एक अमेरिकी ठेकेदार की मौत हो गई थी, जिसके जवाब में अमेरिका ने कार्रवाई की थी. इस घटना के बाद से भी दोनों देशों के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
ईरान ने रूस का किया सहयोग
इससे पहले रूस यूक्रेन युद्ध के बीच ईरान ने यूक्रेन में रूसी सेना को हमलावर ड्रोन की आपूर्ति की है. जिस पर अमेरिका भड़क उठा. मॉस्को के करीब आने के अलावा, तेहरान ने चीन के साथ बेहतर संबंधों की मांग की है. इस पर अमेरिका के साथ विवाद बढ़ता जा रहा है.
अमेरिका ने इजरायल के साथ युद्धभ्यास कर दिया था संदेश
जनवरी के अंत में अमेरिका ने इजरायल के साथ युद्धभ्यास कर ईरान को बड़ा संदेश दिया था. सीनियर अमेरिकी रक्षा अधिकारी के अनुसार अमेरिका और इजरायल के बीच हुए युद्धाभ्यास का उद्देश्य ईरान को यह संदेश देना है कि यूक्रेन में जारी जंग अमेरिका का ध्यान नहीं भटका सकती है. साथ ही चीन को भी इस युद्धाभ्यास से यह संदेश दिया गया कि वह किसी गलतफहमी में न रहे और किसी भी समय बड़े सैन्य बल को कहीं भी भेजा जा सकता है.