US: चीन पर समय-समय पर जासूसी के आरोप लगते रहते हैं. दुनिया भर के देश ड्रैगन पर जासूसी करने का आरोप लगाते रहते हैं लेकिन चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है. अमेरिका ने एक बार फिर चीन के जासूसी की पोल खोल दी है. इस बार अमेरिका का दावा है कि उसने अपने देश में छह और चीनी ठिकानों का पता लगाया है.
न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने अपने देश में छह और चीनी 'पुलिस स्टेशन' का खुलासा किया है. इसके साथ ही दावा किया गया कि ऐसे कई और अवैध संगठन हैं जो पूरे अमेरिका में फैले हुए हैं. गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई ने न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में एक चीनी 'पुलिस स्टेशन' का खुलासा करते हुए दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था. जांच एजेंसी का दावा था कि यह सबकुछ चीनी अधिकारियों की सह पर चल रहा था.
100 गुप्त चीनी पुलिस स्टेशनों पर आ चुकी है रिपोर्ट
लॉस एंजिल्स और न्यूयॉर्क के अलावा, एफबीआई ने सैन फ्रांसिस्को और ह्यूस्टन के साथ-साथ नेब्रास्का और मिनेसोटा के शहरों में तथाकथित विदेशी सर्विस स्टेशन पाए हैं. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की देख रेख में एक संगठन को दुनिया भर में चीनी नागरिकों की जासूसी करने का काम सौंपा गया है. हालांकि चीन ने इन स्टेशनों को चलाने से इनकार किया है. बताते चलें कि मैड्रिड स्थित मानवाधिकार समूह ने पिछले साल दुनिया भर के 100 गुप्त चीनी पुलिस स्टेशनों की डिटेल देते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी.
53 देशों में 102 पुलिस स्टेशन बना चुका है चीन
एफबीआई ने दावा किया था कि इस तरह की गिरफ्तारी दुनिया में पहली है. मीडिया कर्मियों से बात करते हुए एजेंसी ने बताया कि 61 वर्षीय लियू जियानवांग और 59 वर्षीय चेन जिनपिंग ने 2022 की शुरुआत में मैनहट्टन के चाइनाटाउन में गुप्त पुलिस चौकी खोली थी, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपी लू जियानवांग और चेन जिनपिंग मूल रूप से अमेरिकी नागरिक हैंसीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक चीन कथित रूप से कम से कम 53 देशों में 102 पुलिस स्टेशन बना चुका है.