वाशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप लाख कोशिशों के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति नहीं बन पाए लेकिन उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप घोटाले के आरोप में घिर गई हैं. इवांका पर 2017 में ट्रंप की इनॉग्रेशन कमेटी में दानदाताओं के पैसे के दुरूपयोग करने के आरोप लगने के बाद पूछताछ की गई है.
सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रपति की सबसे बड़ी बेटी और व्हाइट हाउस की वरिष्ठ सलाहकार से मंगलवार को वॉशिंगटन डीसी स्थित अटॉर्नी जनरल ऑफिस में वकीलों ने पूछताछ की. अटॉर्नी जनरल ऑफिस की ओर से गैर-लाभकारी फंडों के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया है. कमेटी पर 10 लाख डॉलर से अधिक रकम को गलत तरीके से राष्ट्रपति के होटल को 2017 में पेमेंट करने का आरोप है.
केस के हिस्से के रूप में उन्होंने इवांका ट्रंप, प्रथम महिला मेलेनिया ट्रंप, कमिटी की अध्यक्षता करने वाले डोनाल्ड ट्रंप के करीबी दोस्त थोमस बराक जूनियर को समन जारी कर दिया है. बराक से पिछले महीने पूछताछ हो चुकी है. कोलंबिया के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी जनरल कार्ल राकिने ने आरोप लगाया कि ट्रंप की इनॉग्रल कमिटी ने ट्रंप इंटरनेशनल होटल में बॉलरूम बुक करने के लिए 10 लाख डॉलर से अधिक की रकम खर्च की और इस प्रक्रिया में राष्ट्रपति के परिवार को फायदा पहुंचाया गया.
उन्होंने आरोप लगाया कि कमिटी ने गैरलाभकारी फंड्स का दुरुपयोग किया और होटल मैनेजमेंट व ट्रंप परिवार के लोगों के साथ मिलकर इवेंट आयोजित कराया गया. कमिटी ने ट्रंप के इनॉग्रेशन को सेलिब्रेट करने के लिए 107 मिलियन डॉलर की राशि एकत्रित की थी.
इस बीच आने वाले हफ्तों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई लोगों की क्षमा याचिकाओं को मंजूरी दे सकते हैं। कई अधिवक्ताओं और वकीलों ने यह अनुमान जताया है. कहा जा रहा है कि ट्रंप पद छोड़ने से पहले कई लोगों की सजा को माफ करने या उसमें संशोधन पर विचार कर रहे हैं जिनमें संभवत: उनके परिवार के सदस्य, पूर्व सहयोगी और वह खुद शामिल हैं.
राष्ट्रपतियों द्वारा पद छोड़ने से पहले सजा माफ करने संबंधी विवादित फैसले लेना कोई असामान्य बात नहीं है, ट्रंप ने यह स्पष्ट किया कि उन्हें उन दोस्तों और सहयोगियों के मामले में हस्तक्षेप का कोई पछतावा नहीं है जिनके बारे में वह मानते हैं कि उनके साथ अनुचित व्यवहार हुआ. इनमें उनके पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन भी शामिल हैं.
ट्रंप को पद छोड़ने के बाद संभावित कानूनी मामलों की जद में आने की चिंता है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल के हफ्तों में अपने विश्वस्तों से चिंता जाहिर की थी कि उन्हें, उनके परिवार के सदस्यों और कारोबार को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के न्याय विभाग द्वारा निशाना बनाया जा सकता है.
हालांकि बाइडन ने यह स्पष्ट किया है कि वह ऐसे किसी भी फैसले में शामिल नहीं होंगे. इसके बावजूद ट्रंप ने अपने सहयोगियों के साथ अनौपचारिक बातचीत में यह चर्चा की थी कि वह कैसे अपने परिवार को संरक्षित रख सकते हैं, यद्यपि उन्होंने ऐसा करने के लिये कोई कदम नहीं उठाया है.