US Economic Crisis: 'अब दिवालिया नहीं होगा अमेरिका', बाइडेन बोले- दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर मंडरा रहा आर्थिक संकट टला
अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडन और स्पीकर केविन मैकार्थी के बीच बनी सहमति के बाद संसद के निचले और ऊपरी सदन (सीनेट) ने कर्ज सीमा समाप्त करने का प्रस्ताव पारित कर दिया. बाइडेन ने कहा- ये गुड न्यूज है.
US Economic Crisis 2023: दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश अमेरिका (United States) अब दिवालिया होने बच गया है. अमेरिका का सरकारी खजाना पिछले 6 सालों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था, मगर अब वहां सरकार और विपक्षी पार्टी के बीच सहमति बनने के बाद कर्ज की सीमा समाप्त हो गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस से अमेरिकी कर्ज सीमा को लेकर संबोधन दिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि अब संकट टल गया है. और, हम नए बिल पर साइन करेंगे. बाइडेन ने शुक्रवार, 2 जून को व्हाइट हाउस से दिए अपने पहले संबोधन में देश को आर्थिक तबाही से बचाने के लिए एक विधेयक के पारित करने की घोषणा की. इस दौरान बाइडेन ने यह कहते हुए कि कांग्रेस के शीर्ष रिपब्लिकन केविन मैकार्थी के साथ उनके समझौते ने ये कर दिखाया है देश की भलाई के लिए क्या किया जा सकता है, इस मौके का उपयोग उन्होंने अमेरिकियों से अपने विभाजन को पाटने के लिए किया.
'चिल्लाना बंद करो, देश की प्रगति के लिए काम करो'
बाइडेन ने अपनी डेमोक्रेट पार्टी और विपक्ष में बैठी रिपब्लिकन पार्टी दोनों को देशहित में साथ लाने की बात करते हुए कहा, "हमारी राजनीति कितनी भी जटिल हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हमें एक-दूसरे को विरोधी के रूप में नहीं बल्कि सहयोगी अमेरिकियों के रूप में देखने की जरूरत है.," उन्होंने आलोचकों से कहा, "चिल्लाना बंद करो, टेंपरेचर कम करो और प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करो."
अमेरिका को डिफ़ॉल्ट होने से बचाएगा ये बिल!
सत्तारुढ़ डेमोक्रेट पार्टी की ओर से बताया गया कि आज, शनिवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन एक बिल पर हस्ताक्षर करेंगे, जो अमेरिका को डिफ़ॉल्ट होने से बचाएगा. कर्ज के बोझ तले दबे अमेरिका के बारे में अब तक यह कहा जा रहा था कि 5 जून तक अमेरिका डिफ़ॉल्ट हो सकता है. ट्रेजरी सेक्रेटरी जेनेट एल येलेन ने मई के आखिरी हफ्ते में ये कहा था कि अमेरिका में कर्ज की सीमा बढ़ाने पर सरकार और विपक्षी पार्टी के बीच कोई डील फाइनल नहीं हो पा रही है, ऐसे में अमेरिका 5 जून तक दिवालिया हो सकता है. उसके बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रिपब्लिकन पार्टी से हाउस स्पीकर केविन मैकार्थी के साथ मीटिंग की और उन्हें कर्ज सीमा बढ़ाने के लिए मनाया.
रंग लाई अमेरिकी राष्ट्रपति की मैकार्थी के साथ मीटिंग
केविन मैकार्थी, अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थक रहे हैं, वह उन 147 रिपब्लिकन में से एक हैं, जिन्होंने 2020 के चुनाव में डेमोक्रेट पार्टी को हराने का प्रयास किया था, हालांकि फिर भी बाइडेन जीत गए थे. अब चूंकि बाइडेन सरकार को कर्ज चाहिए है, लेकिन बिना विपक्ष को साथ लिए अमेरिकी सरकार को कर्ज नहीं मिलता, तो इसलिए बाइडेन ने पिछले दिनों ही मैकार्थी के साथ मीटिंग की और कहा कि वे सहयोग करें. बाइडेन ने कल मीडिया को कहा, "हम आपसी सहयोग बढ़ाने, और साथ काम करने पर सहमत हुए हैं." उन्होंने कहा, "दोनों पक्षों ने अच्छे विश्वास में काम किया."
यह अमेरिकंस के लिए बहुत अच्छी खबर: जो बाइडेन
बाइडेन ने कहा, "हमारे लिए एक समझौते पर पहुंचना महत्वपूर्ण था, और यह अमेरिकंस के लिए बहुत अच्छी खबर है. दोनों पक्षों में किसी को भी वह सब कुछ नहीं मिला जो वे चाहते थे, लेकिन अमेरिकी लोगों को वह मिला है, जिसकी उन्हें जरूरत थी." उन्होंने कहा, "हमने देश के उूपर मंडरा रहे आर्थिक संकट को टाल दिया.,"
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में ऐसे मिला विपक्ष का सहयोग
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिपब्लिकन के बहुमत वाले हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में अमेरिकी सरकार के बिल को मंजूरी देने के लिए रिपब्लिकन ने 314 में से 117 वोट दिए, वहीं, डेमोक्रेट-कंट्रोल्ड सीनेट ने 63 में से 36 वोट दिए. इस पर बाइडेन खुश हो गए और उन्होंने कहा, “दोनों सदनों में आखिरी वोट जबरदस्त था.”
यह भी पढ़ें: क्या अब अमेरिका हुआ 'कंगाल', रोकी पाकिस्तान को दी जाने वाली ये मदद, शहबाज सरकार को एक और झटका