US Election Result 2024: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कौन जीतेगा ये तय होना अभी बाकी है. डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस दोनों जीत का दावा कर रहे हैं. तस्वीर कुछ वक्त बाद साफ होगी कि अगले चार साल के लिए अमेरिका की बागडोर किसके हाथों में रहने वाली है, लेकिन अगर इस बार डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस जीतती हैं तो अमेरिकी चुनावी इतिहास का सबसे अनोखा रिकॉर्ड बन जाएगा.


दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के 235 सालों के इतिहास पर नजर डालें तो आजतक कोई महिला विजेता नहीं बन सकी. विक्टोरिया वुडहुल 1872 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने वाली पहली महिला थीं. 


कमला हैरिस से पहले साल 2016 में हिलेरी क्लिंटन राष्ट्रपति की रेस में थीं लेकिन वो हार गई थीं.उन्हें पापुलर वोट तो डोनाल्ड ट्रंप से ज्यादा मिले थे लेकिन वो इलेक्टोरल कॉलेज का बहुमत हासिल करने में असफल रही थीं. बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति को सीधे जनता नहीं चुनती. जनता सिनेट चुनती है और फिर वह चुने हुए प्रतिनिधि राष्ट्रपति चुनते हैं.


कमला हैरिस जीतीं तो बनेगा क्या-क्या रिकॉर्ड
- पहली महिला राष्ट्रपति होने का गौरव हासिल कर सकती हैं. 
-वह दूसरी ब्लैक शख्स होंगी जो अमेरिका में राष्ट्रपति की कुर्सी संभालेंगी
- पहली ब्लैक महिला होंगी जो अमेरिका में राष्ट्रपति की कुर्सी संभालेंगी
- पहली एशियन अमेरिकन और भारतीय अमेरिकन होंगी जो व्हाइट हाउस में पहुंचेंगी.


कमला हैरिस की जीत के लिए तमिलनाडु में उनके पैतृक गांव में पूजा


अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस की जीत के लिए मंगलवार को तमिलनाडु में उनके पैतृक गांव के एक मंदिर में चंदन और हल्दी से विशेष अभिषेक और खास तरह की पूजा-अर्चना की गई. स्थानीय पार्षद अरुलमोझी ने बताया कि अगर वह (हैरिस) जीतती हैं तो गांव के नेता ‘अन्नदान’ (मुफ्त भोजन/सामुदायिक दोपहर भोज) का आयोजन करेंगे. इस बीच, हैरिस के तीन प्रशंसक यहां उनके ननिहाल पहुंचे और प्रार्थना में शामिल हुए.


तीन प्रशंसकों में से एक ब्रिटेन से जबकि दो अन्य अमेरिका से यहां थुलसेंद्रपुरम पहुंचे, जिन्हें देखकर स्थानीय लोग हैरान हो गये। वे गांव के बुजुर्गों से मिले और हैरिस की जीत के लिए मंदिर में आयोजित पूजा में भी हिस्सा लिया.


एक प्रशंसक ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, “मैं लास वेगास से हूं और क्योंकि मैं भारत में हूं, इसलिए यहां कमला के नाना-नानी के गांव में उनका समर्थन करने आई हूं.”