US Election: अमेरिका में नया राष्ट्रपति चुनने के लिए इलेक्टोरल वोटों की गिनती हो रही है. रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बिडेन के बीच कांटे का मुकाबला है. सबकी नजरें इस बात पर है कि डोनाल्ड ट्रंप या जो बिडेन में से कौन अमेरिका का अगला राष्ट्रपति बनेगा. बड़ी खबर ये है कि डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा समेत तीन स्विंग राज्यों से आगे चल रहे हैं. स्विंग राज्य वो हैं जो किसी भी उम्मीदवार के समर्थन में मतदान कर सकते हैं.
फ्लोरिडा जीता तो ही मिलेगी राष्ट्रपति की कुर्सी!
फ्लोरिडा का इतिहास रहा है कि कोई भी रिपब्लिकन उम्मीदवार पिछले 100 सालो में फ्लोरिडा को जीते बिना राष्ट्रपति नहीं बना है. फ्लोरिडा में 29 इलेक्टोरल वोट हैं. पिछले चुनाव में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस राज्य में बड़ी जीत दर्ज की थी. अमेरिका के प्रमुख अखबार 'न्यूयॉर्क टाइम्स' का मानना है कि इस बार यहां किसी को भी एक या दो फीसदी प्वाइंट से जीत मिल सकती है.
फ्लोरिडा में रिपब्लिक पार्टी का दबदबा
इतिहास कहता है कि अगर ट्रंप को इस बार भी राष्ट्रपति चुनाव जीतना है तो फ्लोरिडा पर अपना परचम लहराना ही होगा. अगर ट्रंप यहां हार जाते हैं तो व्हाइट हाउस में उनके दोबारा जाने की संभावनाएं कम हो जाएंगी. एक सर्वे के मुताबिक फ्लोरिडा में वोटरों का झुकाव ज्यादातर रिपब्लिक पार्टी की ओर होता है.
अमेरिका में कुल इलेक्टर्स की संख्या 538 है और बहुमत के लिए 270 का आंकड़ा चाहिए. यानी डोनाल्ड ट्रंप और जो बिडेन को राष्ट्रपति बनने के लिए 270 के जादुई आंकड़े को पार करना होगा.
इलेक्टोरल कॉलेज के ज़रिए 538 इलेक्टर्स को चुना जाता है. ये इलेक्टर्स ही राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का फ़ैसला करते हैं. इलेक्टोरल वोट्स का बहुमत हासिल करने वाला ही अमेरिका का राष्ट्रपति बनता है. 538 इलेक्टर्स में 435 रिप्रेजेंटेटिव्स, 100 सीनेटर्स और तीन डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया के इलेक्टर्स होते हैं.
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