वॉशिंगटन: दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र में नेता चुना जा रहा है. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की रेस में ट्रंप और बाइडेन के बीच कौन बाजी मारेगा, इस पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं. भारतीय समय के मुताबिक सुबह साढे 11 बजे तक वोटिंग होगी, वोटिंग खत्म होते ही गिनती भी शुरू हो जाएगी. जिन राज्यों में वोटिंग पूरी हो चुकी है उनके नाम जॉर्जिया, इंडियाना, केंटकी, साउथ कैरोलिना, वरमॉन्ट, वर्जीनिया, नॉर्थ कैरोलिना, ओहियो और वेस्ट वर्जीनिया हैं.
दुनिया के सबसे बड़े चुनाव में 270 इलेक्टोरल वोट्स को लेकर लड़ाई जारी है. इस सबसे बड़े चुनाव के बीच एक बेहद रोचक जानकारी आपको बताते हैं. भारत के चुनाव की तरह अमेरिकी चुनाव में भी दोनों पार्टियों का कुछ विशेष इलाकों में दबदबा होता है. दोनों पार्टियों की यही सोच होती है कि कुछ बड़े राज्य और कुछ छोटे राज्यों को अपने नियंत्रण रखें.
US Elections: वोटिंग के बीच ट्रंप ने कहा- मेरे लिए जीतना आसान, हार पचा पाना मुश्किल
टेक्सस स्टेट में ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी का सिक्का भारी है, यहां पर रिपब्लिकन पार्टी को ज्यादा प्रचार की जरूरत नहीं पड़ती. ट्रंप की पार्टी इस राज्य में ज्यादा मेहनत नहीं करती. टेक्सस के वोटर पहले से ही ट्रंप की पार्टी के पक्ष में वोट करते हैं. वहीं बाइडेन की डेमोक्रेट की बात करें तो इनका कैलिफोर्निया में दबदबा माना जाता है.
अमेरिकी चुनाव में स्विंग स्टेट का रोल बेहद अहम माना जा रहा है. इसमें से ही एक स्विंग स्टेट फ्लोरिडा है. फ्लोरिडा में 29 इलेक्टोरल वोट हैं और इसे ट्रंप के लिए सबसे मुश्किल बताया जा रहा है. अगर ट्रंप यहां हारते हैं तो दोबारा राष्ट्रपति बनना संभव नहीं होगा. पिछले 100 सालों के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई भी अमेरिकी राष्ट्रपति बिना फ्लोरिडा जीते व्हाइट हाउस पहुंचा हो.
US Elections: राष्ट्रीय और राज्य स्तर के ज्यादातर पोल में ट्रंप से आगे हैं बाइडेन
वहीं टैक्सस की बात करें तो यहां ट्रंप की पार्टी का दबदवा है लेकिन यहां वाइडन आगे नजर आ रहा हैं. टेक्सस में बाइडन का बढ़त बनाना, बड़ा उलटफेर माना जा रहा है. अभी तक 57% वोट का रुझान आया है. पॉपुलर वोट में बाइडन आगे नजर आ रहे हैं
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