US Elections: अमेरिका में चुनावी हिंसा की आशंका, व्हाइट हाउस को किले में किया गया तब्दील
अमेरिका के 2020 के राष्ट्रपति पद के चुनावों को देश के हाल के इतिहास के सबसे विभाजनकारी चुनावों में से एक बताया जा रहा है.
वाशिगंटन/न्यूयॉर्क: अमेरिका में चुनाव के दिन हिंसा की आशंका के बीच व्हाइट हाउस, प्रमुख वाणिज्यिक क्षेत्रों और बाजारों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दुकानदार अपनी दुकानों को नुकसान से बचाने के लिए उनपर लकड़ी के कवर लगवा रहे हैं.
आज होने वाले मतदान से पहले अहम सरकारी प्रतिष्ठान हाई अलर्ट पर हैं. सीक्रेट सर्विस (खुफिया सेवा) ने व्हाइट हाउस को किले में तब्दील कर दिया है. राष्ट्रपति के आवास के परिसर के चारों तरफ एक अस्थायी ऊंची दीवार खड़ी की गई है. करीब 600 नेशनल गार्ड सैनिकों को भी मदद के लिए तैयार रखा गया है.
चुनाव की पूर्व संध्या पर, हिंसा की आशंका के मद्देनजर, कामगार प्रमुख दुकानों और स्टोरों पर सुरक्षा के लिए लकड़ी के फ्रेम लगाते दिखे. यह स्थिति न्यूयॉर्क से लेकर बोस्टन और ह्यूस्टन से लेकर वाशिंगटन एवं शिकागो तक देखने को मिली.
न्यूयॉर्क के गवर्नर बिल डे ब्लासियो ने सोमवार को कहा कि उन्होंने पुलिस आयुक्त डेरमोट शेया से बात की है और हिंसा के संबंध में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है.
उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा, “ सब लोग चुनाव के नतीजे को लेकर चिंतित हैं. फिलहाल मैं जोर देकर कहना चाहता हूं कि हम कोई विशिष्ट चुनौती नहीं देखते हैं. हम सभी तरह की चुनौतियों के लिए तैयार हैं. पिछले कुछ हफ्तों से काफी तैयारियां हो रही हैं. “
उन्होंने कहा कि यह यह जरूरी नहीं है कि चुनाव परिणाम मंगलवार रात या बुधवार को 100 प्रतिशत स्पष्ट हो जाएं.
ब्लासियो ने कहा, “ हम सब बहुत चिंतित हैं, क्योंकि हम देख रहे हैं कि अमेरिका के राष्ट्रपति पहले से ही चुनाव की वैधता पर सवाल उठा रहे हैं. हमने पहले कभी किसी राष्ट्रपति को ऐसा करते हुए नहीं देखा.“
गवर्नर ने कहा कि 9.5 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी पहले वोट डाल चुके हैं लेकिन “हम एक अभूतपूर्व समय में हैं, इसलिए लोग फिक्रमंद हैं, लेकिन मैं चाहता हूं कि मित्र जाने कि यह शहर तैयार है. “
अमेरिका के 2020 के राष्ट्रपति पद के चुनावों को देश के हाल के इतिहास के सबसे विभाजनकारी चुनावों में से एक बताया जा रहा है.
इस साल शुरू में जॉर्ज फ्लायड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद हुए हिंसक प्रदर्शनों में वाशिंगटन समेत कई शहरों में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाया गया था और उनमें लूटपाट की गई थी.
वाशिंगटन पोस्ट ने खबर दी है कि चुनाव बाद हिंसा की आशंका के मद्देनजर दुकानदार अपनी दुकानों की खिड़कियों पर लकड़ी के बोर्ड लगवा रहे हैं और अतिरिक्त सुरक्षा ले रहे हैं.
इस हफ्ते के शुरू में वॉलमार्ट ने अपनी दुकानों से बंदूकें और गोलियां हटा ली थीं. दोनों पक्षों के समर्थकों ने ऐलान किया है कि वे मंगलवार रात को मतगणना शुरू होने के बाद से वाशिंगटन के मध्य जुटेंगे, इनमें 'ब्लैक लाइवज़ मैटर' आंदोलन से जुड़े लोग भी शामिल हैं.
कैलिफोर्निया के बेवर्ली हिल्स के पुलिस प्रमुख ने सीबीएस न्यूज से बात करते हुए चुनाव संबंधित हिंसा को लेकर आगाह किया है. उन्होंने कहा कि अधिकारी 12 घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं और उन्हें कोई छुट्टी नहीं मिल रही है.
डोमिनिक रिवेती ने समाचार चैनल से कहा कि हम बुरी से बुरी स्थिति से निपटने की तैयारी कर रहे है और अच्छे की उम्मीद कर रहे हैं. सोमवार की देर शाम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि पेंसिल्वेनिया में मतगणना को लेकर उच्चतम न्यायालय के फैसले से हिंसा भड़क सकती है.
शीर्ष अदालत ने पेंसिल्वेनिया में चुनाव वाले दिन के तीन दिन बाद तक मतगणना की इजाजत दे दी है. राष्ट्रपति के इस ट्वीट को ट्विटर ने चिन्हित करते हुए कहा कि इसमें साझा की गई जानकारी विवादित है और यह चुनाव को लेकर गुमराह कर सकती है. डोमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
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