India-Canada Diplomatic Row: अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने पहली बार स्वीकार किया और पुष्टि की है कि फाइव आइज के साझेदारों के बीच खुफिया जानकारी साझा की गई थी, जिसने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों पर आरोप लगाने कि लिए प्रेरित किया. मीडिया में शनिवार (23 सितंबर) को प्रकाशित खबरों में यह दावा किया गया है.


कनाडा में अमेरिकी राजदूत डेविड कोहेन के हवाले से CTV न्यूज चैनल ने अपनी खबर में बताया कि फाइव आइज साझेदारों के बीच खुफिया जानकारी साझा की गई थी, जिसके आधार पर ट्रूडो ने भारत सरकार और एक कनाडाई नागरिक की हत्या से संबंधित आरोपों पर सार्वजनिक बयान दिया.


खुफिया तंत्र है फाइव आइज नेटवर्क
बता दें कि फाइव आइज नेटवर्क एक खुफिया तंत्र गठबंधन है. इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड शामिल हैं. यह निगरानी-आधारित और सिग्नल इंटेलिजेंस (SIGINT) दोनों तरह की जानकारी साझा करता है. फाइव आइज सहयोगियों की मदद से कनाडा के साथ खुफिया जानकारी साझा करने के बारे में किसी भी अमेरिकी अधिकारी की तरफ से यह पहली बार स्वीकारा गया है.


इससे पहले मामले को लेकर कई अनौपचारिक और गैर-आधिकारिक खबरें आ रही थीं. ट्रूडो ने 18 सितंबर को ब्रिटिश कोलंबिया में निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था.


फाइव आइज साझेदारों के बीच खुफिया जानकारी साझा 
CTV की खबर रविवार (24 सितंबर) को प्रसारित होने वाले CTV के कार्यक्रम क्वेश्चन पीरियड विद वैसी कपेलोस पर कोहेन के विशेष साक्षात्कार पर आधारित है. CTV ने कोहेन के हवाले से कहा कि उन्होंने पुष्टि की फाइव आइज साझेदारों के बीच खुफिया जानकारी साझा की गई थी, जिससे कनाडा के प्रधानमंत्री को बयान देने में मदद मिली.


हालांकि, खबर के अनुसार कोहेन ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की कि क्या कनाडा की सरकार को दी गई खुफिया जानकारी मानवीय जांच और निगरानी-आधारित थी या क्या इसमें भारतीय राजनयिकों से प्राप्त खुफिया संकेत शामिल थे.


अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का बयान
CTV के मुताबिक कोहेन ने वाशिंगटन पोस्ट की उस रिपोर्ट का खंडन किया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाने से कुछ हफ्ते पहले अमेरिका सहित अपने सहयोगियों से सार्वजनिक रूप से निज्जर हत्या की निंदा करने के लिए कहा था. हालांकि, उनके इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था.


कोहेन की टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो के तरफ से भारत के खिलाफ लगाए गए आरोपों के बारे में उनका देश बहुत चिंतित है और अमेरिका इस मुद्दे पर कनाडा के साथ करीबी समन्वय कर रहा है और मामले में जवाबदेही देखना चाहता है.


भारत ने बताया बेतुका
भारत ने कनाडा की तरफ से लगाए गए आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया और इस मामले में कनाडा की तरफ से एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित किए जाने के जवाब में एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया. बता दें कि भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था.


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