Donald Trump Money Hash Case: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ गई हैं. पोर्न स्टार केस में ज्यूरी ने जांच के बाद आपराधिक केस चलाने को मंजूरी दे दी है जिसके बाद अब ट्रंप को सरेंडर करना पड़ सकता है. अगर सरेंडर नहीं करेंगे तो उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है. न्यूयॉर्क ग्रैंड ज्यूरी ने गुरुवार (30 मार्च) को डोनाल्ड ट्रंप को उनके 2016 के राष्ट्रपति अभियान के दौरान एक पोर्न स्टार को पैसे देने के लिए दोषी ठहराया गया. इसके बाद वो आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए. अगर ट्रंप गिरफ्तार होते हैं तो गिरफ्तार होने वाले वो अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति होंगे.
ये पूरा मामला 2016 में पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को एक लाख तीस हजार डॉलर के भुगतान की जांच से जुड़ा है. जिसमें ट्रंप को आरोपी माना गया है. हालांकि आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया गया है. ग्रांड ज्यूरी की जांच में पाया गया है कि 2016 में पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स ने मीडिया के सामने खुलासा किया था कि 2006 में ट्रंप और उनके बीच अफेयर था. इसकी भनक लगने पर ट्रंप टीम के वकील ने स्ट्रॉर्मी को चुप रहने के लिए एक लाख तीस हजार डॉलर का भुगतान किया.
वकील ने ये रकम गुपचुप तरीके से स्ट्रॉर्मी को दी
स्ट्रॉर्मी को पैसों का भुगतान गैरकानूनी नहीं था लेकिन जिस तरीके से भुगतान हुआ. उसे गैरकानूनी माना गया क्योंकि ट्रंप के वकील ने ये रकम गुपचुप तरीके से स्ट्रॉर्मी को दी थी. आरोप है कि इस पेमेंट को गलत तरीके से पेश किया गया. ऐसे दिखाया गया जैसे ट्रंप की एक कंपनी ने भुगतान एक वकील को किया.
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप के वकील की ओर से इसी लेनदेन को अपराध माना गया है जिसकी जांच ट्रंप के राष्ट्रपति रहते शुरू हो गई थी. इस मुकदमे को अमेरिका में चुनाव कानूनों के उल्लंघन के तौर पर भी देखा जा रहा है. जबकि ट्रंप इसे अपने खिलाफ बड़ी राजनीतिक साजिश बता रहे हैं.
पहले भी तीन आरोप
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व वकील माइकल कोहेन ने भव्य जूरी के सामने साल 2019 में गवाही दे चुके है. उन्होंने बताया था कि ट्रंप की ओर से डेनियल्स को पैसों का भुगतान किया था, जिसे बाद में चुनावी प्रचार के खर्च में दिखा दिया गया था. वहीं डोनाल्ड ट्रंप पर पहले से भी तीन और आरोपों के तहत जांच चल रही हैं. पैसों के भुगतान को लेकर उनकी पहली जांच है, जिसका फैसला होने वाला है.
ट्रंप पर 2020 अमेरिकी चुनाव से संबंधित जॉर्जिया में और वाशिंगटन में 6 जनवरी 2021 को कैपिटल पर उनके समर्थकों की ओर से हमले का भी आरोप है. इसको लेकर भी ट्रंप को जांच का सामना करना पड़ रहा है.
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