QUAD 2.O: क्या US नया क्वाड बनाने के तरफ अग्रसर? PM मोदी के अमेरिकी दौरे पर से पहले क्यों उठाया ये कदम, जानें
QUAD 2.O: जापान और फिलीपींस दोनों सेनकाकू द्वीप, पूर्वी चीन सागर और साउथ चाइना सी पर ड्रैगन की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. इसको लेकर US के रक्षा मंत्री जापान और फिलीपींस के रक्षा मंत्रियों से मिले.
US Creating QUAD 2.O: भारत (India) क्वाड समूह (QUAD) का एक बेहद महत्वपूर्ण सदस्य है. इस ग्रुप का हिस्सा अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया भी है. इस समूह का निर्माण साल 2017 में साउथ-चाइना सी में ड्रैगन के बढ़ते दबदबे को कम करने के लिए किया गया था. शायद, अब अमेरिका एक नया क्वाड समूह बनाने की तरफ अग्रसर दिखाई दे रहा है.
इसका सबसे बड़ा सबूत हाल ही में सिंगापुर में आयोजित हुए शांगरी-ला डायलॉग्स में देखने को मिला, जब अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन की मुलाकात ऑस्ट्रेलिया, जापान और फिलीपींस के राजनेताओं से की. इससे जुड़ी जानकारी अमेरिकी रक्षा मंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की थी.
अमेरिका के रक्षा मंत्री ने ट्विटर पर एक तस्वीर डाली, जिसमें वो जापानी रक्षा मंत्री यासुकाज़ू हमादा, ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधान मंत्री और रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस और फिलीपींस के रक्षा मंत्री कार्लिटो गैल्वेज़ के साथ खड़े दिखे. इसके अलावा उन्होंने लिखा कि साउथ चाइना सी के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए हमारी मुलाकात हुई, जो मेरे लिए सम्मान की बात है.
चीन के दबदबे को कम करना चुनौती
अमेरिका के इस नए कदम को लेकर ऐसा माना जा रहा है, ये सारी तैयारियां चीन के सामने एक और मजबूत संगठन तैयार करने के लिए की जा रही है. अमेरिका ने रक्षा मंत्री ने पहले ही राष्ट्रपति जो बाइडेन से इस मुलाकात के बारें में बातचीत कर ली थी, जिसके बाद शांगरी-ला डायलॉग्स मीटिंग के इतर उन्होंने बैठक में हिस्सा लिया.
It was an honor to meet with Secretary Galvez, Minister Hamada, and DPM Marles to discuss opportunities to expand cooperation across our four nations, including in the South China Sea.
— Secretary of Defense Lloyd J. Austin III (@SecDef) June 3, 2023
We are united in our shared vision for advancing a free and open Indo-Pacific. pic.twitter.com/lzn9xML0WE
अमेरिका हमेशा से साउथ चाइना सी पर बढ़ते ड्रैगन के दब दबे को कम करना चाहता है और उनका मानना है कि फिलीपींस भी इस प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा साबित हो सकता है. हालांकि, इंडो-पैसिफिक मामलों के जानकार डेरेक जे ग्रॉसमैन का कहना है कि क्वाड के नए समूह से भारत को डरने की जरूरत नहीं है. ये नया समूह पुराने क्वाड समूह में भारत की स्थिति को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा.
पीएम मोदी ने जापान में की मुलाकात
पिछले महीने मई के आखिरी हफ्ते में ऑस्ट्रेलिया में क्वाड समूह की बैठक होने वाली थी. हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश के हालातों की वजह से दौरा रद्द कर दिया था, जिसकी वजह से बैठक संभव नहीं हो पाई थी.
इसके बावजूद भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के हिरोशिमा में G7 देशों की बैठक में अलग से शामिल होकर क्वाड देशों के प्रमुखों से मुलाकात की थी, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के पीएम अल्बनीज और जापान के पीएम फुमियो किशिदा से मुलाकात की थी. दूसरी, तरफ इस महीने जून में पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर भी जाने वाले हैं.