ट्रंप के खिलाफ महाभियोग पारित, नैंसी पेलोसी ने कहा- 'कोई भी कानून से ऊपर नहीं, राष्ट्रपति भी नहीं'
प्रतिनिधि सभा ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है. महाभियोग प्रस्ताव के दौरान पक्ष में 232 और विपक्ष में 197 वोट पड़े.
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ ऐतिहासिक दूसरे महाभियोग प्रस्ताव को पास कर दिया है. ट्रंप अमेरिकी इतिहास में ऐसे पहले राष्ट्रपति बन गए हैं जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग प्रस्ताव पारित हुआ. वहीं सदन में बहस के बाद यूएस हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा कि 'राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के महाभियोग के बाद अमेरिकी सदन ने साफ कर दिया है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है.'
कोई भी नहीं कानून से ऊपरः नैंसी पेलोसी
कैपिटल हिल पर हिंसक हमले के बाद डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी सदन ने दूसरी बार महाभियोग चलाया. जिसके बाद यूएस हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने साफ किया है कि अमेरिका में कानून से ऊपर कोई भी नहीं है. डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ दो बार महाभियोग प्रस्ताव पारित होने के बाद पेलोसी ने कहा है कि अमेरिका का राष्ट्रपति भी कानून से ऊपर नहीं हैं.
Today, in a bipartisan way, the House demonstrated that no one is above the law. Not even the president of the United States: US House Speaker Nancy Pelosi after impeachment of President Donald Trump https://t.co/HXDtBvMcOW pic.twitter.com/2g6OVPRnPA
— ANI (@ANI) January 13, 2021
ट्रंप पर चला ऐतिहासिक महाभियोग
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं जिनके खिलाफ एक कार्यकाल में दो बार महाभियोग चलाया गया. प्रतिनिधि सभा ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है. महाभियोग प्रस्ताव के दौरान पक्ष में 232 और विपक्ष में 197 वोट पड़े.
फिलहाल प्रस्ताव पारित होने के बाद ट्रंप ने कैपिटल हिल पर हिंसक हमले करने वाले अपने समर्थकों पर नाराजगी जाहिर की है. उनका कहना है कि 'मेरा कोई भी सच्चा समर्थक कभी भी राजनीतिक हिंसा का समर्थन नहीं कर सकता है, मेरा कोई भी सच्चा समर्थक कानून का अपमान नहीं कर सकता है.'
वहीं महाभियोग का समर्थन कर रही नैंसी पेलोसी ने कहा कि जिन लोगों ने कैपिटल हिल पर हमला किया था, वे 'घरेलू आतंकवादी' थे और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस विद्रोह को उकसाया था. यूएस हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने ट्रंप को 'राष्ट्र के लिए खतरा' करार देते हुए उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने हमारे देश के खिलाफ इस सशस्त्र विद्रोह को उकसाया. उन्हें पद से अवश्य हटाया जाना चाहिए. जिस राष्ट्रपति से हम सभी प्यार करते हैं, वह राष्ट्र के लिए खतरा है."
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