US Sanctions on Iran Police: ईरान में महसा अमीनी की मौत (Mahsa Amini Death) के बाद से हिजाब के खिलाफ जंग छिड़ी है. हिंसक प्रदर्शन की आग कई शहरों में फैल चुकी है. सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है. दुनिया भर में महसा अमीनी की मौत को लेकर ईरान (Iran) की निंदा हो रही है. इस बीच अमेरिका ने प्रदर्शनकारियों की मौत के बा ईरान की मोरैलिटी पुलिस (Iran Morality Police) और सरकारी एजेंसियों के अफसरों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. 


ईरान (Iran) में 22 साल की अमीनी की मौत के बाद हिजाब को लेकर हिंसक प्रदर्शनों में कई प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के अधिकारियों की जान गई है. 


अमेरिका ने लगाए प्रतिबंध


अमेरिकी ट्रेजरी ने प्रतिबंधों के लिए ईरानी खुफिया और सुरक्षा मंत्रालय, सैन्य बलों और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारियों को लिस्ट में शामिल किया है. ये प्रतिबंध उन्हें अमेरिका में उनकी संपत्तियों और बैंक खातों तक पहुंच से वंचित करेगा. ट्रेजरी ने एक समाचार विज्ञप्ति में कहा है कि ये अधिकारी उन संगठनों की देखरेख करते हैं जो शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों और ईरानी नागरिक समाज के सदस्यों, राजनीतिक असंतुष्टों, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और ईरानी बहाई समुदाय के सदस्यों को दबाने के लिए नियमित रूप से हिंसा करते हैं.


महसा अमीनी की कैसे हुई मौत?


ईरान (Iran) की पुलिस ने उस वक्त महसा अमीनी (Mahsa Amini) को हिरासत में लिया था, जब वो अपने परिवार के साथ तेहरान घूमने गईं थी. हिजाब न पहनने की वजह से उन्हें गिरफ्तार कर उनके साथ मारपीट की गई. हिरासत में लिए जाने के तीन दिन बाद अमीनी की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि मिस अमिनी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी और इस बात से इनकार करते हैं कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया था. वहीं, परिवार का कहना है कि उसे दिल की बीमारी का कोई इतिहास नहीं था. अमीनी की मौत के बाद हिजाब के खिलाफ बवाल जारी है. 


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