Al Qaeda Chief: अयमान अल-जवाहिरी की मौत पर बड़ा खुलासा, अमेरिकी अधिकारी का दावा- अल कायदा प्रमुख की मौत अस्पष्ट
अल कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के वर्ष 2011 में मारे जाने के बाद से इस आतंकवादी समूह का मुखिया जवाहिरी ही था. अफगानिस्तान में अमेरिकी हमले में जवाहिरी के पिछले साल मारे जाने की खबर थी.
Al Qaeda leader Ayman al-Zawahiri News: अमेरिका ने अल कायदा चीफ अयमान अल-जवाहिरी को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने मंगलवार को दावा किया कि पिछले साल अमेरिकी छापे में जिस अल-जवाहिरी के मारे जाने का दावा किया गया था, वह अस्पष्ट है.
अल कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के वर्ष 2011 में मारे जाने के बाद से इस आतंकवादी समूह का मुखिया जवाहिरी ही था. ऐसे में अफगानिस्तान में अमेरिकी हमले में जवाहिरी के पिछले साल मारे जाने की खबर को बड़ी कामयाबी माना गया था. अब अमेरिकी खुफिया अधिकारी के इस दावे ने हर किसी को चौंका दिया है.
इस वजह से कही ये बात
वॉशिंगटन इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में अल कायदा के बारे में पूछे जाने पर यूएस नेशनल काउंटर टेररिज्म सेंटर के निदेशक क्रिस्टीन अबिजैद ने कहा, "जवाहिरी लंबे समय तक छिपा रहा था. इस बीच उसकी मौत की खबर के एक साल बाद भी अभी तक अल कायदा ने उसके उत्तराधिकारी की घोषणा नहीं की है. ऐसे में उसकी मौत को लेकर सवाल उठते हैं. उसकी मौत स्पष्ट नहीं है."
इस खतरे से किया आगाह
अबिजैद ने इस मौके पर बोलते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका में खतरे के परिदृश्य को भी संबोधित किया और कहा, “देश को अप्रत्याशित वातावरण का सामना करना पड़ा है. अल कायदा और इस्लामिक स्टेट जैसे विदेशी-आधारित चरमपंथी संगठनों से अमेरिका को सतर्क रहना चाहिए.” उन्होंने आगे कहा, "ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आज ऐसी जगह है जहां सबसे अधिक कट्टरता हो रही है."
अमेरिका के लिए ये है बड़ी चुनौती
उनकी इस टिप्पणी ने डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी की ओर से हाल ही में किए गए एक आकलन को बल दिया है, जिसमें नवंबर में कहा गया था कि आने वाले महीनों में अमेरिका में खतरे का माहौल बना रहेगा. अकेले यहां के अपराधियों और समूहों की ओर से कई विचारधाराओं से प्रेरित होकर खतरा पैदा हो सकता है. उन्होंने कहा कि अब अमेरिका के सामने इस खतरे से निपटना बड़ी चुनौती है.
ये भी पढ़ें
कभी ट्रंप पर कसा था तंज अब खुद बाइडेन के निजी दफ्तर में मिले गोपनीय दस्तावेज, जानिए क्या है मामला