नई दिल्ली: अमेरिका और ईरान में जंग की आशंका काफी दिनों से जताई जा रही है. अब इसी बीच इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान ने हमला कर दिया है. दर्जनों बैलेस्टिक मिसाइल दागे गए हैं. इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध की शंका गहराती जा रही है. बता दें कि दोनों देशों के बीच टेंशन 3 जनवरी से ही है जब अमेरिका बगद़ाद हवाई अड्डे के पास ड्रोन से एक हवाई हमला कर ईरान के अल-क़ुद्स फ़ोर्स के प्रमुख क़ासिम सुलेमानी को मार डाला.


1- 3 जनवरी को अमेरिका ने किया हमला


अमरीका ने 3 जनवरी को बगद़ाद हवाई अड्डे के पास ड्रोन से एक हवाई हमला किया. इस हमले में ईरान के अल-क़ुद्स फ़ोर्स के प्रमुख क़ासिम सुलेमानी समेत कई लोग मारे गए. जनरल कासिम सुलेमानी बहुचर्चित कुद्स फोर्स के प्रमुख थे, यह फोर्स ईरान द्वारा विदेशों में चल रहे सैन्य अभियानों को अंजाम देने के लिए जानी जाती है. सुलेमानी एक खुफिया अधिकारी और सैन्य अधिकारी के तौर पर ईरान के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाते थे. ईरान के सुप्रीम लीडर आयातोल्लाह खामेनेई के बाद उन्हें ईरान का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण चेहरा भी कहा जाता है.


2-सुलेमानी के जनाजे में उमड़ा जनसैलाब


अमेरिकी हमले में मारे गए ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी के जनाजा जुलूस में भारी संख्या में लोग आए. सुलेमानी को उनके गृह नगर करमान में मंगलवार को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. ईरान के सरकारी टीवी चैनल के मुताबिक इस दौरान कमरान की सड़कों पर अपने कमांडर को अंतिम विदाई देने के लिए दस लाख लोगों का हुजूम सड़क पर उतरा था।. हालांकि इस जनाजे में भगदड़ मचने से 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 48 लोग घायल हुए.


3-ईरानी सांसदों ने सुलेमानी की हत्या का बदला लेने का एलान किया


उधर, ईरान की संसद में हुए मतदान के बाद अमेरिकी सेना और पेंटागन को ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित कर दिया गया. इस दौरान ईरानी सांसदों ने सुलेमानी की हत्या का बदला लेने और अमेरिका-इस्राइल को सबक सिखाने का संकल्प लिया.ईरान ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि अमेरिका अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे.


4-ट्रंप ने दी चेतावनी

ईरान की धमकी पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने उसे चेतावनी दी. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान में 52 जगहों को निशाना बनाने की धमकी दी.


5-ईरान ने किया 'युद्ध' का एलान


अमेरिकी हवाई हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान ने अघोषित रूप से अमेरिका के खिलाफ युद्ध का एलान कर दिया है. शनिवार सुबह ईरान ने जामकरन मस्जिद के ऊपर लाल झंडा फहराकर युद्ध के लिए चेतावनी दे दी.


6-ईरान ने ट्रंप को मारने पर रखा 5.76 अरब रुपये का इनाम


इधर ईरान में ट्रंप को मारने वाले को ईनाम देने की घोषमा की गई. ईरान में एक संघटन ने राष्ट्रपति डोनास्ड ट्रंप के सिर पर 5.76 अरब रुपये का इनाम घोषित किया. ईरानी सेना के जनरल कासिम सुलेमानी के अंतिम संस्कार के दौरान एक संस्था ने इस ऐलान की घोषणा की.


7-ईरान के सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह खमेनी की धमकी


ईरान के सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह खमेनी के सैन्य सलाहकार होसैन देहघान ने रविवार को कहा था कि सुलेमानी की हत्या का बदला अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरानी सेना द्वारा हमला कर लिया जाएगा. ईरान का कहना है कि अमेरिका ने युद्ध की शुरुआत की है. उसने जो किया है उसके लिए उसे माकूल जवाब मिलेगा.


8-चीन ने बताया अमेरिका का दुस्साहस


चीन ने पश्चिम एशिया में तनाव को बढ़ाने वाली घटना को अमेरिकी ''दुस्साहस" बताते हुए सोमवार को उसकी कड़ी आलोचना की और सभी पक्षों से संयम बरतने का अनुरोध किया.


9-ईरान काने इराक में अमेरिकी सेना पर बड़ा हमला किया


बुधवार को अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अब और बढ़ गया है. आज सुबह ईरान ने ईराक में अमेरिकी सैनिकों की तुकड़ियों पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइल से हमला किया है. अबरिल और अल असद सैन्य बेस पर ईरान ने मिसाइल से हमला बोला है. ये मिसाइलें सतह से सतह पर अटैक करती हैं. हमले के बाद ईरान ने अमेरिका और अमेरिकी सैनिक को जवाबी कार्रवाई न करने की चेतावनी भी दी है.खुद अमेरिका ने इस बात की पुष्टि की है कि ईरान की ओर से मिसाइलों के जरिए सैनिकों के ट्रेनिंग बेस पर हमला किया गया है. ईरान की ओर से हुए हमले में फिलहाल कितने अमेरिकी सैनिक घायल हुए हैं, इसकी जानकारी नहीं है


10-ट्रंप ने मारे गए ईरानी कमांडर सुलेमानी को बताया 'राक्षस'

अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को राक्षस कहा है. ट्रंप का मानना है कि अमेरिका ने कासिम सुलेमानी को मार कर कई बेगुनाहों की जान बचाई है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा,'' वो एक राक्षस था, वो मर गया. वो हमारे ख़िलाफ़ एक बड़ा और बुरा हमला करने की तैयारी कर रहा था. मुझे नहीं लगता इस बारे में कोई शिकायत कर सकता है." इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सैनिक अगर ईरान से निकल जाते हैं तो उस देश के लिए काफी बुरा होगा.