नई दिल्ली: भारत और अमेरिका की मजबूत होती दोस्ती से चीन को गहरा झटका लग सकता है. दरअसल भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर ने कहा कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता के लिए अमेरिका अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है. जस्टर ने उम्मीद जताई है कि आने वाले समय में भारत रासायनिक और जैविक हथियारों के मामले में ऑस्ट्रेलिया के ग्रुप में शामिल हो जाएगा.
भारत परमाणु व्यापार का नियंत्रण करने वाले 48 सदस्यीय समूह एनएसजी में शामिल होने की कोशिश कर रहा है लेकिन चीन बार बार भारत की कोशिशों में अड़चन डालता रहा है.
जस्टर का भारत में अमेरिकी राजदूत का कामकाज संभालने के बाद यह पहला भाषण है. जस्टर ने कहा, ‘‘एनएसजी में शामिल होने के लिए एक अत्याधुनिक निर्यात नियंत्रण प्रणाली जरूरी थी, जो स्पष्ट रूप से भारत के पास उस समय नहीं थी.’’उन्होंने कहा कि इस विषय पर शुरूआती बातचीत थोड़ी औपचारिक रही और दोनों देशों की स्थितियों में चौड़ी खाई की वजह से थोड़ा तनावपूर्ण था.